मसूरी। भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के दोस्त संजय नारंग का आशियाना डहेलिया बैंक को तोड़ने की कार्रवाई आज सुबह दस बचे शुरू होगी। कैंट बोर्ड लंढौर के सीईओ जाकिर हुसैन के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के आदेश का आज्ञा का पालन करते हुए मंगलवार को प्रात: दस बजे डहेलिया बैंक का ध्वस्त करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस ध्वस्तीकरण के दौरान कोई घटना ना घटे इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं। इसको अलावा पुलिस के कम से कम 100 जवानों को भी तैनात किया जाएगा।
सुविधा के लिए एंबुलेस, फायर ब्रिगेड के साथ ही जेसीबी मशीनें भी मंगवा ली गई हैं। हुसैन ने बताया कि डहेलिया बैंक के ध्वस्तीकरण में लगभग 15 दिन की समय लग सकता हैं, साथ ही ध्वस्तीकरण के दौरान कैंट बोर्ड की ओर से गठित टीम मौके पर मौजूद रहेगी। इसमें सीईओ जाकिर हुसैन, कैंट बोर्ड उपाध्यक्ष महेश चंद्र के साथ दो अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। 28 हजार वर्गमी क्षेत्र में फैले डहेलिया बैंक में संजय नारंग के अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश नैनीताल हाईकोर्ट ने कैंट बोर्ड को दिया था। इसके बाद इस फैसले के खिलाफ संजय नारंग ने सुप्रीम कोर्ट में विशेष सुनवाई याचिका को चुनौती दी थी, जिसके बाद कैंट बोर्ड ने केविएट दाखिलकर अपना पक्ष सुनने की अपील की थी।
संजय नारंग ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए याजिका दी थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर 18 सितंबर को अवैध निर्माण को तोड़ने का फैसला लिया और संजय नारंग को 12 दिन का टाइम पीरियड दिया था।
साल 2016 में टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने जल्द से जल्द रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से डहेलिया बैंक से जुड़े मामले का हल निकालने का अनुरोध किया था।
जिससे उनका नाम इस प्रॉपर्टी से जोड़ा जा रहा था हालांकि बाद में सचिन ने अपना नाम डहेलिया बैंक से जोड़े जाने का खंडन किया था।