नॉर्थ कोरिया को लेकर नरम पड़ा अमरीका, ट्रंप ने कहा हम बातचीत को तैयार
नई दिल्ली। परमाणु कार्यक्रम को लेकर नॉर्थ कोरिया पर सख्ती दिखा रहे अमरीका ने अब नरम रुख अपनाया है। यही नहीं अमरीका ने प्योंगयांग से बातचीत करने के लिए भी तैयार होने की बात कही है। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम पर उसके साथ बातचीत की संभावना को लेकर वह तैयार हैं। ट्रंप ने व्हाइट हाउस में शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि हम देख रहे हैं कि नॉर्थ कोरिया के साथ क्या हो सकता है। मैं यही कह सकता हूं। हम हर तरह से तैयार हैं।
टिलरसन की टिप्पणियों को नकार दिया
अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम बातचीत कर सकते हैं, तो मैं हमेशा से तैयार हूं। लेकिन बातचीत के अलावा कुछ और होगा तो मेरा यकीन करें हम उसके लिए भी तैयार हैं। जितना कि हम कभी नहीं थे। दो हफ्ते पहले ट्रंप ने अपने विदेशमंत्री रेक्स टिलरसन की टिप्पणियों को नकार दिया था, जिसमें यह संकेत था कि अमरीका नॉर्थ कोरिया के साथ सीधे तौर पर संपर्क और बातचीत के लिए तैयार है। ट्रंप ने एक अक्टूबर को ट्वीट किया था, मैंने अपने विदेशमंत्री रेक्स टिल्लरसन से कहा दिया कि रॉकेट मैन के साथ वार्ता की कोशिश कर वह अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। उस ट्वीट के एक दिन बाद व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने कहा था कि प्योंगयांग के साथ बातचीत सिर्फ वहां हिरासत में रखे गए अमरीकियों को वापस लाने के लिए हुई है। उन्होंने कहा कि कि इसके अलावा, नॉर्थ कोरिया के साथ कोई बातचीत नहीं होगी।
यूएन महासभा में दी थी चेतावनी
बता दें कि ट्रंप ने प्योंगयांग को 19 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पदार्पण भाषण में चेतावनी दी थी कि यदि जरूरत हुई तो अमरीका इस एशियाई देश को नष्ट कर देगा। संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण में ट्रंप ने कहा था कि अमरीका में बहुत ताकत और धैर्य है, लेकिन अगर खुद को या उसके सहयोगियों की रक्षा करने के लिए मजबूर किया गया, तो हमारे पास उत्तर कोरिया को पूरी तरह से नष्ट करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।
कुछ ही समय बाद, किम ने ट्रंप को मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया और कहा कि उन्हें उत्तर कोरिया के खिलाफ धमकी देने का खामियाजा भुगतना होगा। एशियाई देश के विदेश मंत्री, री योंग-हो ने 22 सितंबर को न्यूयॉर्क में संवाददाताओं से कहा था कि उत्तर कोरिया प्रशांत महासागर में हाइड्रोजन बम का परीक्षण कर ट्रंप की धमकी का जवाब दे सकता है।