विवि परिसर का कचरा अब नहीं जाएगा बेकार, बनाए जाएंगे वर्मी कंपोस्ट
समस्तीपुर। डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के विद्यापति सभागार में सोमवार को विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आरसी श्रीवास्तव ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर कचरा प्रबंधन परियोजना का उद्घाटन करते हुए कहा कि विश्व विद्यालय कैंपस के अंतर्गत जितने भी कचरे हैं वह अब बर्बाद नहीं होंगे। इस कचरे से वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। एक साथ स्वच्छता एवं कचरे की उपयोगिता पर यह परियोजना काम करेगी। इसके लिए लगभग 76 लाख रुपये का आवंटन किया गया है। कुलपति ने कहा कि इस अभियान में सभी लोगों का साथ आवश्यक है। कूड़ा का प्रबंधन वैज्ञानिक ढंग से किया जाएगा। यह एक अच्छी शुरुआत है।
स्वच्छता अभियान में सभी लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा और इसके लिए फैमिली मेम्बर को भी जागृत करना आवश्यक है। पोलियो अभियान की तरह स्वच्छता अभियान का घर घर दीप जलाना है। जिससे विश्वविद्यालय का कैंपस साफ-सुथरा रहे। वैसे भी कहा गया है कि स्वच्छता तथा साफ-सुथरे जगह में ही ईश्वर का वास होता है। परियोजना के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. शंकर झा ने बताया कि विद्यालय में लगभग 5 हजार की आबादी है तथा 750 क्वार्टर है। जिससे लगभग ढाई टन कचरा प्रतिदिन निकलता है।
वहीं विश्वविद्यालय कैंपस स्थित पशु उत्पादन एवं शोध संस्थान से 998 मीट्रिक टन गोबर होते हैं। इन दोनों को मिलाकर वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। इससे विश्वविद्यालय में सफाई के साथ-साथ आमदनी के स्त्रोत भी होंगे। उपस्थित सहायक निदेशक अनुसंधान डॉ. मिथिलेश कुमार एवं कृषि अधिष्ठाता एसके वाष्र्णेय ने कहा कि यह अभियान बहुत ही उपयोगी है। इस परियोजना का प्रारंभ छोटे रुप में किया जा रहा है। आगे इसे विस्तार रुप दिया जाएगा। क्वार्टर के सामने दो डस्टबिन रखे जाएंगे। एक हरा एवं एक पीला हरा वाले डब्बे में गीला कचरा रखा जाएगा तथा पीला वाले में सूखा कचरा। जैसे पेपर पन्नी तथा कठोर समान। बाद में इसे अलग-अलग करके वर्मी कंपोस्ट तैयार किया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान टीसीए डोली के छात्रों के द्वारा एक लघु नाटक भी प्रस्तुत किया गया, जो स्वच्छता अभियान से संबंधित था।
कुलपति ने इस परियोजना का उद्घाटन पौधों में पानी देकर किया। मौके पर विश्वविद्यालय के सभी डीन, डायरेक्टर, डॉ. अनिल कुमार डॉ. केएम ¨सह, डॉ. एसपी ¨सह सहित कई लोग मौजूद थे। लघु नाटक प्रस्तुत करने में अभिषेक,आलोक,अवधेश कुमार शर्मा,विवेक कुमार, सूरज कुमार सहनी, निलेश रंजन, कीर्ति कुमारी, प्रीति बाला, कुमारी रिचा प्रियदर्शी तथा विजय शामिल थे। वही तबले और हारमोनियम पर बैजू मिश्रा और रामभरोस ठाकुर ने अपने कला का प्रदर्शन किया ।