39 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर शिक्षक बैठे आमरण अनशन पर
समस्तीपुर/रोसड़ा : अनुमंडल अंतर्गत शिवाजीनगर प्रखंड के बीआरसी भवन पर रविवार को एक शिक्षक आमरण अनशन पर बैठ गये. शिक्षा विभाग से सम्बंधित कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे. शिक्षा विभाग के पदाधिकारी के गैर जिम्मेदराना रवैये को देख ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है. पुलिस के कुछ पदाधिकारी अनशन स्थल पर पहुंचे थे, पर अनशन पर बैठे शिक्षक ने उनकी एक ना सुनते हुए अपना आमरण अनशन जारी रखा है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गरीब बसतपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय के एक शिक्षक रामसुंदर मंडल को पिछले 39 महीनों का वेतन भुगतान नहीं किया गया था. जिसकी शिकायत वो प्रखंड बीआरसी से लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं रोसड़ा अनुमंडल पदाधिकारी सहित कई पदाधिकारियों को आवेदन देकर दे चुके थे. फिर भी उनका वेतन भुगतान नहीं किया गया.
इस सम्बन्ध में पीड़ित शिक्षक ने बताया कि जिला के आदेश के बाद भी प्रखंड बीआरसी में उपस्थित कर्मियों के मनमानी रवैये के कारण उन्हें 39 महीने का वेतन नहीं दिया जा रहा है. श्री मंडल ने बताया कि वेतन नहीं मिलने के कारण परिवार में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिससे उन्हें शारीरिक व मानसिक क्षति पहुंची है. परिवार चलाने के लिए मजबूरन हमे आमरण अनशन पर बैठना पड़ा. जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक प्रखंड मुख्यालय बीआरसी के बाहर जमीन पर बैठ आमरण अनशन करते रहेंगे. आमरण अनशन के दौरान कई जनप्रतिनिधि अनशन तोड़ने के लिए मनाने आये पर शिक्षा विभाग से एक भी पदाधिकारी नहीं पहुंचे. जिसके चलते अनशन पर बैठे शिक्षक ने अनशन तोड़ने से साफ़ मना कर दिया.
इधर प्रखंड विकास पदाधिकारी विददु कुमार राम ने बताया कि इस अनशन की जानकारी उक्त शिक्षक द्वारा सभी पदाधिकारी को दिया गया था. आवेदन मिलने के बाद अनशन पर शिक्षक ना बैठे इसका पहल भी किया गया था . अनशन पर बैठने के बाद प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम प्रवेश सिंह के द्वारा कोई ठोस पहल नहीं लेने के कारण उक्त शिक्षक अनशन तोड़ने से मना कर दिए हैं. बीडीओ ने कहा कि सारी वस्तु स्थिति की जानकारी आलाधिकारी को दे दी गयी है.