वेंकैया नायडू ने स्पोर्ट टैलेंट सर्च पोर्टल का किया शुभारंभ
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नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पूरे देश के बच्चों को खेल अपनाने के मद्देनजर उचित मौका मुहैया कराने के उद्देश्य से तैयार किये गए टैलेंट सर्च पोर्टल की सोमवार को विधिवत शुरुआत की। नायडू ने राजधानी के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में पोर्टल का शुभारंभ करते हुए अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए कहा कि वह कबड्डी व खो-खो के खिलाड़ी रहे हैं और आज भी हर सुबह एक घंटे बैडमिंटन खेलते हैं, क्योंकि खेल से मानसिक विकास और मानसिक उल्लास मिलता है।
वेंकैया नायडू ने कहा, खेलों में भी रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म की विशेष जरूरत है, खेलों को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाना चाहिए। उन्होंने इस पोर्टल की परिकल्पना के लिए खेल मंत्री विजय गोयल को बधाई दी। इस पोर्टल से जुड़कर कोई भी अपने जरूरत के हिसाब से योजनाओं का चयन या अपनी उपलब्धियां अपलोड कर मंत्रालय तक अपनी बात पहुंचा सकता है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह पोर्टल देशभर की छिपी हुई खेल प्रतिभाओं की न केवल पहचान करेगा, बल्कि उनका चयन करकेउन्हें खेल जगत में आगे बढऩे के लिए सारी सुविधाएं प्रदान करेगा।
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खेल मंत्री विजय गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया कि मन की बात में उन्होंने इस पोर्टल के बारे में विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल आठ वर्ष से बड़ी उम्र के भारत के गांव, कस्बे, शहर, गली-मोहल्ले के बच्चों को खेल की दुनिया में प्रवेश करने का अवसर देगा। इसमें बच्चे, उनके अभिभावक या मित्र या जानकार उनका नाम रजिस्टर करके प्रोफाइल बना सकते हैं और किस खेल में अथवा योजना के तहत आना चाहते हैं, यह दर्ज कर सकते हैं। उसके बाद हमारा मंत्रालय प्रतिभाशाली खिलाडिय़ों का चयन करेगा और उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने का पूरा अवसर देगा।
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गोयल ने कहा शिक्षा के साथ खेल को जोडऩे के गंभीर प्रयास जारी हैं। स्कूलों में खेलों का एक अनिवार्य पीरियड रखे जाने की योजना है। भारतीय खेल प्राधिकरण को बेहतर बनाया जाएगा, कोचों की फिटनेस पर भी ध्यान दिया जाएगा। पदक वृद्धि के लिए देशभर में खेल संस्कृति की बहुत जरूरत है इसलिए यह पोर्टल एक बड़ा और महत्वपूर्ण माध्यम होगा जिससे भविष्य के खिलाड़ी हमसे जुड़ेंगे और उनको हम ट्रेनिंग देंगे।
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