अहमदाबाद : गुजरात के अहमदाबाद शहर के कुछ हिंदू बहुल इलाकों की इमारतों में रहने वाले मुसलमान परिवार दहशत में आ गए। रविवार की सुबह शहर की कुछ सोसाइटी के मुख्य द्वार पर लाल रंग का क्रास का निशान बना देखा गया। दहशत इस बात से थी कि इन इमारतों में मुस्लिम परिवार रहते हैं। हालांकि जांच में पता चला है कि यह निशान नगरपालिका के सफाई कर्मचारियों ने बनाया है।
अहमदाबाद की पुलिस तब हरकत में आई जब लाल क्रॉस वाली पाल्दी क्षेत्र में स्थित ऐसी ही एक सोसाइटी के निवासियों ने विगत सोमवार को चुनाव आयोग और पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखा। स्थानीय निवासियों ने इस पत्र में लिखा कि गुजरात में अगले महीने होने वाले चुनाव के मद्देनजर जानबूझकर वहां रहने वाले मुसलमानों को लाल रंग के क्रॉस से चिन्हित किया जा रहा है। उनका आरोप है कि इस निशान से चुनाव से पहले माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही है। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह निशान उन सोसाइटी के गेट पर लगाया गया है जिन्हें नगर निगम ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) पर आधारित कूड़ा उठाने की प्रणाली से जोड़ा जा रहा है।
अहमदाबाद की नगर महापालिका के कर्मचारियों ने सोमवार को उन सोसाइटियों का दौरा किया और निवासियों को सूचित किया कि यह क्रॉस का निशान लगाना कचरा उठाने की प्रणाली का हिस्सा था। इसके लिए निवासियों को घबराने की जरूरत नहीं है। जांच के बाद पुलिस ने कहा कि लाल रंग के यह निशान सिर्फ मुस्लिम बहुल सोसाइटी के बाहर ही नहीं लगाया गया, बल्कि इसे पाल्दी में हिंदू सोसाइटियों के बाहर भी लगाया गया है।
वहीं, इसी बिल्डिंग में रहने वाले मुस्लिम कारोबारी उवेश सरेशवाला ने कहा कि मेन गेट पर लाल निशान देखने के बाद यहां के मुसलमानों में दहशत थी। ऐसा गलतफहमी फैलाने के लिए किया जा रहा है। ताकि क्षेत्र की शांति भंग हो। हमारी चिंता सिर्फ सुरक्षा को लेकर है।