लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से नीति आयोग के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को मुलाकात की। मुलाकात के दौरान योगी सरकार ने नौ क्षेत्रों में पिछले सात महीने में किए गए कार्यो का एक प्रेजेंटेशन आयोग के सामने रखा। आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने योगी सरकार की पीठ थपथपाते हुए कहा कि राज्य सरकार जिस ‘टीम भावना’ के साथ काम कर रही है, वैसा बहुत कम देखने को मिलता है। लखनऊ स्थित शास्त्री भवन में मुख्यमंत्री ने नौ विभागों की एक सामूहिक बैठक की, जिसमे नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने भी शिरकत की थी।
बैठक के बाद आयोजित एक पत्रकार वार्ता में नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. कुमार के साथ सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह एवं मुख्य सचिव राजीव कुमार सहित नौ विभागों के प्रमुख सचिव भी मौजूद रहे।
इस मौके पर नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने योगी सरकार की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले सात महीने में आयोग के प्रतिनिधिमंडल का यह दूसरा दौरा है। सरकार के कामकाज से हम संतुष्ट है। सरकार जिस तरह से काम कर रही है, उससे हम कह सकते हैं कि यूपी विकास के पथ पर चल पड़ा है।
राजीव ने कहा, “सरकार के साथ बैठकर हमने यूपी के नौ क्षेत्रों में विकास की योजनाओं पर चर्चा की है। कुछ कमिया हैं, जो जल्द ही दूर की जाएंगी। हर राज्य की परिस्थतियां अलग होती हैं। हमारा प्रयास है कि सबके साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ा जाए।”
उन्होंने कहा, “यूपी के विकास के बिना देश का विकास नहीं हो सकता, इसीलिए यूपी हमारी प्राथमिकता में सबसे ऊपर है।”
इससे पहले, सिद्धार्थनाथ ने कहा कि दूसरी बार नीति आयोग ने यूपी में बैठक की है। प्रदेश के विकास को लेकर प्रधानमंत्री भी काफी संजीदा हैं। बैठक में प्रमुख रूप से आठ समूह बनाए गए हैं, जिसमें 9वें सदस्य के रूप में शहरी विकास को राज्य सरकार ने जोड़ लिया है। शहरी विकास को इसमें जोड़ना भी जरूरी था।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “अब एक टीम बन गई है और मैं कह सकता हूं कि यूपी अब चल पड़ा है। समूह की तिमाही समीक्षा होगी। नीति आयोग उसमे चौथे सहभागी के रूप में शमिल रहेगा। जनवरी तक सभी तैयारी पूरी कर लेंगे और उसमें पीएम मोदी भी मौजूद रहेंगे।”