जयपुर/पटना : मूल रुप से पटना के रहने वाले राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी देवाशीष देव आज 29 अक्तूबर 2017 को आखिरकार मौत से हार गये . देव 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी थे . मौत को हराने को अस्पताल में वे पिछले दस महीनों से जिंदगी की जंग लड़ रहे थे . देवाशीष देव राजस्थान में तब अधिक सुर्खियों में आ गये थे,जब उन्होंने कोटा में बिना मतलब हंगामा काट रहे भाजपा के एक नेता को थप्पड़ रसीद कर दिया था . बाद में उनका तबादला कोटा से कर दिया गया था .
ब्रह्मा मंदिर के बाहर कुर्सी से गिरे थे देवाशीष
देवाशीष देव की मौत कोई दस माह पहले कुर्सी से गिरने के कारण गंभीर रुप से चोटिल होने के कारण हुई . तब से वे अस्पताल में ही मौत लड़ रहे थे . हुआ यह था कि पुष्कर के जगप्रसिद्ध ब्रह्माजी मंदिर में महंत सोमपुरी के निधन के बाद नये महंथ को लेकर विवाद हो गया था . विवाद के कारण ला एंड आर्डर का खतरा उत्पन्न हो चला था . इससे पुष्कर को बचाने को राजस्थान सरकार ने पुलिस फोर्स की तैनाती की थी . तब देवाशीष देव की ड्यूटी भी पुष्कर में लगी थी . वे उस दौरान अजमेर के ब्यावर सिटी में पोस्टेड थे .
पुष्कर में लगी ड्यूटी के वक्त देवाशीष देव अपने सहयोगी अफसरों के साथ ब्रह्मा टेम्पल के बाहर चबूतरे में कुर्सी पर बैठे थे . इसी वक्त संतुलन बिगड़ा और कुर्सी समेत वे सीधे छह फीट नीचे जा गिरे . सिर के बल चोट लगी . अस्पताल में डाक्टरों ने पाया कि सरवाइकल डिस्क 6 व 7 के बीच खिसकन हुई और इस कारण उनके शरीर के निचले हिस्से ने काम करना बंद कर दिया . देवाशीष के निधन पर राजस्थान के मुख्य मंत्री वसुंधरा राजे ने शोक व्यक्त किया है .
दबंग अफसर थे देवाशीष देव
राजस्थान में देवाशीष देव ने दबंग आईपीएस अफसर के रुप में अपने इमेज को डेवलप करना शुरु कर दिया था . वे तब बहुत अधिक खबरों में आ गये थे,जब कोटा में थे . बीजेपी का एक नेता पहुंच का धौंस दिखा बदसलूकी किया करता था . किसी दिन इसका पाला देवाशीष देव से पड़ गया . देवाशीष ने कोई फिक्र नहीं की और नेताजी को जोर का थप्पड़ दे मारा था . दूसरी बात है कि बाद में भाजपा के स्थानीय नेताओं ने इतना हंगामा खड़ा कर दिया था कि सरकार ने उनका ट्रांसफर कर दिया था .
नेतरहाट स्कूल के स्टूडेंट थे
मूल रुप से पटना के रहने वाले देवाशीष देव ने प्रसिद्ध नेतरहाट स्कूल से पढ़ाई की थी . 38 वर्षीय देवाशीष देव बिहार की ओबीसी कैटेगरी से आते थे . नेतरहाट की पढ़ाई के बाद वे आईआईटी में जाना चाहते थे,पर संभव नहीं हो सका था . इसके बाद आगे की पढ़ाई उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी से की . बाद में फरीदाबाद के नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फाइनेंशियल मैनेजमेंट से उच्च शिक्षा हासिल की . देवाशीष देव की शादी कनक देव के साथ हुई थी,जिससे पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई . बेटे का नाम आदित्य देव है .