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बिहार में पिछले 24 से हो रही तेज बारिश व नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है। बारिश और बाढ़ से सूबे के कुल 38 में से 9 जिलों में लोगों को बुरा हाल है। बिहार के कई जिलों में गांव के गांव बाढ़ में डूब गए। बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हवाई दौरा किया।
बिहार के अररिया, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, पश्चिम चंपराण (बेतिया), पूर्वी चंपारण (मोतिहारी), दरभंगा और सीतामढ़ी जिले बाढ़ से बहुत ज्यादा प्रभावित हैं। स्थिति का जायजा लेने के बाद सीएम नीतीश ने बताया कि बचाव और राहत कार्यालय चल रहे हैं। हमने आईएएफ हेलीकाप्टर के लिए कहा था और इसके माध्यम से खाद्य पैकेट वितरित किए जा रहे हैं।
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उन्होंने कहा कि “कल, हम स्थिति का आकलन करने के लिए आपदा एमजीएमटी, रोड कंस्ट्रक्शन विभाग, ग्रामीण वर्क्स विभाग और सभी डीएम के मुख्य सचिव को भेजेंगे।”
केंद्र की ओर से हर संभव मदद कराने का आश्वासन देते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि राहत शिविर और भोजन शिविर होंगे। मैंने अब एक मीटिंग बुलाया है ताकि मैं उन्हें बताऊं कि आगे क्या किया जाना है। बता दें कि रविवार को नीतीश कुमार ने राज्य स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सेना की मदद मांगी थी। जिसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से फोन पर बात की थी।
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