नई दिल्ली। प्रतिदिन पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से लोगों को आय दिन झटका लग रहा है। बढ़ते दामों से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बता दें कि सरकार दिन पर दिन लोगों के साथ धोका कर रही है। पहले तो सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी नहीं लगाया और अब इस पर जीएसटी लगाने की मांग को लगातार ठुकराया जा रहा है।
हालंकि सरकार ने पेट्रोल-डीजल को निजी कंपनियों के हाथ में सौंप कर पहले ही यह जता दिया कि अब इनके दामों में इजाफे की गुंजाईश ज्यादा होगी।
लेकिन यह इजाफा इतना बड़ा होगा ये किसी ने भी नहीं सोचा था। बता दें कि क्रूड ऑयल क्षेत्र में वैश्विक स्तर के जानकारों की माने तो बहुत जल्द ही भारत में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के आंकड़े को छू सकता है।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ गए दाम
ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल के दाम 2012 से 2017 तक लगातार बढ़े है। जहां पिछली कांग्रेस सरकार ने ग्लोबल क्रूड ऑयल को इतना बढ़ा दिया कि 2014 में लोगों ने कांग्रेस की सरकार से किनारा कर लिया। वहीं जब बड़े-बड़े वादों के साथ मोदी सरकार आईं तो लोगों को भी लगा की अच्छे दिन सच में आने वाले है।
लेकिन यह अच्छे दिन भी जल्द ही लोगों के दिमाग से उतर गए क्योंकि पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने के बजाय भाजपा सरकार ने उसे इतना बढ़ा दिया की लोगों के बीच हाय-तौबा मच गई। अभी तक तो सब ठीक था लेकिन 1 जुलाई 2017 से जीएसटी लागू होने के बाद पेट्रोलियम की बढ़ती किमतों ने आम आदमी को हिला दिया।
इस तरह 100 रुपये में बिकेगा पेट्रोल
वैश्विक संस्था ऑर्गेनाइजेशन फॉर इकोनॉमिक कोऑपरेशन एंड डेवलपमेंट (ओईसीडी) की भविष्यवाणी है कि मौजूदा वैश्विक आर्थिक स्थिति में 2020 तक क्रूड ऑयल की कीमत 270 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकती है।
अगर ऐसा हुआ तो पेट्रोल की कीमतों में जबरदस्त उछाल आएगा जिससे इसकी कीमतें 100 रुपए तक पहुंच सकती हैं। ओईसीडी की यह भविष्यवाणी इस आधार पर है कि आने वाले वर्षों में चीन और भारत जैसी अर्थव्यवस्थाएं रफ्तार पकड़ने के लिए इंधन के मांग में बड़ा इजाफा कर सकती है।