शरद शामिल होंगे RJD की रैली में, जदयू-नीतीश की परवाह नहीं
बिहार: जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव 27 अगस्त को होने वाली राजद की रैली में शामिल होंगे. उनको लेकर पहले यह अटकलें लगाई जा रही थी कि वो शामिल होंगे या नहीं. आज गुरुवार को दिल्ली में शरद यादव के आवास पर हुई बैठक में इस बात का निर्णय ले लिया गया है कि वो राजद की रैली में शामिल होंगे. बता दें कि शरद यादव के आवास पर ताजा समाचार लिखे जाने तक यह बैठक चल रही है.
बताया यह भी जा रहा है कि शरद यादव के साथ-साथ अली अनवर और जदयू से लाग हुए कई नेता भी राजद की रैली में शामिल होंगे. इसकी जानकारी खुद अली अनवर ने भी दी थी. शरद को हालांकि अब राजद की रैली में शामिल होने का खामियाजा उठाना पड़ेगा. जदयू ने पहले ही साफ़ कर दिया है कि अगर शरद यादव 27 अगस्त की रैली में शामिल होंगे तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा.
बता दें कि राजद की रैली में भाग लेने और हाल के दिनों में पार्टी विरोधी कार्रवाई में भाग लेने के लिए उन्हें निलंबित किया जा सकता है और साथ-साथ राज्यसभा में उनकी और अली अनवर की सदस्यता रद्द करने के लिए राज्यसभा के सभापति को तुरंत लिखा जाएगा. शरद यादव ने फिलहाल साझा विरासत के तहत पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने का निर्णय लिया है और कांग्रेस पार्टी ने उन्हें इसका संयोजक भी बनाया है. पिछले दिनों उनकी इस साझा विरासत की बैठक में कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी समेत कई पार्टियों के नेता शामिल हुए थे. शरद को उम्मीद है कि फिलहाल पूरे देश में बीजेपी के खिलाफ नेतृत्व का अभाव है और अगर अभी से वे कोशिश करें तो लोकसभा चुनाव तक उसका कोई न कोई परिणाम आ सकता है.
गौरतलब है कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के लिए जदयू में फूट को मजबूती देने के लिए शरद यादव बड़ा सहारा हैं. लेकिन जब तमाम बड़े दिग्गजों ने रैली से किनारा कर लिया है तो उनके लिए भी हां करना मुश्किल था. लेकिन इसे दरकिनार कर शरद ने रैली में आने की हामी भर दी है, भले ही शरद यादव को जदयू पार्टी से निकाल दे शरद लालू का साथ देंगे.
इससे पहले जदयू की मानें तो यह भाजपा के खिलाफ नहीं बल्कि परिवारवाद और भ्रष्टाचार के समर्थन में रैली हो रही है. जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा है कि रैली में वही शामिल होंगे जो भ्रष्टाचार और परिवारवाद के संरक्षक हैं.