दिल्ली मेट्रो में यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, डीएमआरसी ने पुराने नियमों में कुछ परिवर्तन किए हैं. प्रवेश और निकासी के लिए प्रयोग होने वाले ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (AFC) गेट्स पर ओपन सिस्टम लागू किया जाएगा, जिसके बाद यात्रियों की सुविधा के लिए यह गेट हमेशा खुले रहेंगे.
डीएमआरसी के अनुसार इस बदलाव के बाद प्रति मिनट यात्रियों की निकासी और प्रवेश में 65 फीसदी तक की बढ़ोतरी होगी. ओपन गेट सभी मेट्रो स्टेशनों पर जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा. इस समय तकरीबन 10-15 व्यक्ति एक मिनट में मेट्रो गेट से निकलते हैं, ओपन गेट सिस्टम लागू होने से यह संख्या बढ़कर 20-25 व्यक्ति तक हो सकती है.
फिलहाल मेट्रो स्टेशनो पर प्रवेश और निकास के लिए लगाए गए गेट बंद रहते हैं, जो टोकन/मेट्रो कार्ड टच किए जाने के बाद ही खुलते हैं. सभी मेट्रो स्टेशन पर ओपन गेट सिस्टम लागू होने के बाद ये गेट पूरी तरह से खुले रहेंगे और यात्री अपना टोकन/मेट्रो कार्ड टच गेट से टच करने के बाद प्रवेश और निकास कर सकेंगे. अगर किसी परिस्थिति में कोई यात्री टोकन/मेट्रो कार्ड को गेट से टच कराए बिना इस गेट से गुजरने की कोशिश करेगा, तो यह गेट अपने आप बंद हो जाएगा.
इस नए सिस्टम से बार-बार गेट खुलने और बंद होने में लगने वाला समय बचेगा जिससे कम समय में अधिक यात्री एक गेट से निकल सकेंगे. अक्सर पीक टाइम पर यात्रियों की बढ़ती संख्या के कारण अधिक भीड़ हो जाती है. उम्मीद है डीएमआरसी की इस नई पहल से इस पर कुछ हद तक कमी लाई जा सकेगी.