दिवाली पर ध्यान से करें घर की सफाई,नहीं तो सेहत को हो सकता है खतरा
त्योहारों का सीजन आ चुका है। कुठ ही दिनों में दिवाली आने वाला है और उसके साथ बहुत सारे काम भी। कुछ लोगों ने घर की सफाई शुरु भी कर दी होगी। तो वहीं कुछ लोग वीकेंड का इतंजार कर रहे होंगे इस काम को करने के लिए। दिवाली का त्योहार आते ही हर कोई घर को चमकाने में लग जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप सफाई करते हैं, तो आपकी सेहत को खतरा भी हो सकता है! जी हां, कई बार सफाई करना भी पड़ सकता है महंगा।
जानें कैसे-
हम अक्सर घर में सफाई करते समय फिनाइल या ब्लीच का इस्तेमाल करते हैं। इससे घर का कोना-कोना चमक तो जाता है, लेकिन कई बार यह खतरनाक साबित हो सकती है। फिनाइल या ब्लीच में इस्तेमाल किए जाने वाले कैमिकल हमें नुक्सान भी पहुंचा सकते हैं। जी हां, फिनाइल या ब्लीच में कई तरह के जहरीले कैमिलक होते हैं, जो आपको या परिवार में किसी और सदस्य को बीमार कर सकते हैं। इनसे सांस, पेट, लीवर, किडनी से जुड़ी की तकलीफें हो सकती हैं।
अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो हफ्तेभर कपड़े इकट्ठे करते रहते हैं और संडे के दिन सारे कपड़े धोते हैं। तो जरा सावधान हो जाएं। अक्सर हम कपड़ों को जल्दी सुखाने के चक्कर में उन्हें घर के अंदर ही डाल देते हैं। कपड़े और उनसे होने वाली नमी घर की हवा को और भी नम कर देती है। जिससे सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं।
घर में मेहमान आने हों या फिर खुद ही कभी मन खुशनुमा हो, तो हम एयर फ्रेशनर का इस्तेमाल करते हैं। जहां तक घर को साफ करने और अच्छा महसूस करने की बात है, एयर फ्रेशनर एक अच्छा ऑप्शन है। लेकिन सेहत के लिहाज से इसका इस्तेमाल कम ही करने की हिदायत दी जाती है।
दिवाली पर ज्यादातर लोग अपने घरों में पेंट कराते हैं। इनमें भी कई तरह के हानिकारक कैमिकल होते हैं, जो कई तरह की शारीरिक परेशानियां पैदा कर सकते हैं। यह कैमिकल ज्यादातर बच्चों और बुजुर्गों पर बेहद बुरा असर डालते हैं।
सफाई करने का सबसे सहज और आरामदायक तरीका है वैक्यूमिंग। इससे आप घर के कोने-कोने से गंदगी को साफ कर सकते हैं। लेकिन यह स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। हैरान न हों यह सच है। अक्सर वैक्यूमिंग से लम्बे समय से जमा धूल के कण, बाल और कई तरह के कैमिकल हवा में घुल जाते हैं। इस तरह से दूषित हवा में निकल कर सांस संबंधी परेशानी या एलर्जी जन्म दे सकती हैं।