दिसंबर तिमाही में 25% घट सकता है गोल्ड इंपोर्ट, फेस्टिव सीजन में कमजोर रही डिमांड…
नई दिल्ली। फेस्टिव सीजन में कमजोर डिमांड के चलते साल 2017 की चौथी तिमाही में गोल्ड इंपोर्ट में 25 फीसदी गिरावट आ सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि फेस्टिव सीजन में उम्मीद के मुताबिक गोल्ड की डिमांड नहीं रही, वहीं निवेशकों का भरोसा फिजिकल गोल्ड की बजाए इक्विटी मार्केट पर बढ़ा है। ऐसे में अक्टूबर से दिसंबर तिमाही में गोल्ड इंपोर्ट कम हेगा।
175 टन रह सकता है गोल्ड इंपोर्ट
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर में पिछले साल के अक्टूबर की तुलना में इंपोर्ट कम रहा है। सीनियर एनालिस्ट सुधीश नंबियात के मुताबिक, नवंबर और दिसंबर में भी इंपोर्ट कम रहने का अनुमान है। ऐसे में इंडिया का इंपोर्ट चौथी तिमाही में 175 टन रह सकता है। पिछले साल की चोथी तिमाही में 234 टन गोल्ड इंपोर्ट हुआ था। एमएनसी बुलियन के डायरेक्टर दमन प्रकाश राठोर के मुताबिक वेडिंग सीजन और फेस्टिवल के चलते अमूमन गोल्ड डिमांड अंतिम तिमाही में बढ़ती है। लेकिन, इस बार दिवाली में डिमांड नॉर्मल से कमजोर रही है।
पहले 9 माह में 131% बढ़ा इंपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 के पहले 9 माह यानी जनवरी से सितंबर के बीच गोल्ड इंपोर्ट 131 फीसदी बढ़कर 638.4 टन रहा है। 1 जुलाई से सेल्स टैक्स बढ़ने के चलते पहले हॉफ में गोल्ड की एडवांस बॉइंग की गई, जिससे इंपोर्ट डाटा बढ़ गया।
पिछले महीने 10 फीसदी गिरा इंपोर्ट
अक्टूबर में गोल्ड इंपोर्ट 10 फीसदी कम रहा है। डाटा के मुताबिक अक्टूबर में 75 टन गोल्ड इंपोर्ट किया गया। यस बैंक में ग्रुप एग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट जयंत पवनिया का कना है कि नवंबर में भी इंपोर्ट में ज्यादा उछाल रहने की उम्मीद नहीं है। लोग अब पहले से ज्यादा फाइनेंशियल एसेट्स में निवेश कर रहे हैं। ऐसे में गोल्ड की डिमांड कम हुई है। इसका पता ऐसे चलता है कि शेयर मार्केट इस साल 26 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड हाई पर है, वहीं गोल्ड की कीमतें इस साल सिर्फ 11 फीसदी बढ़ी हैं।