राम रहीम को भगाने की कोशिश करने वाले कांस्टेबल ने उगले कई राज, 2 दिन की रिमांड बढ़ी
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चंडीगढ़: रेप के आरोप सिद्ध होने के बाद 20 साल जेल की सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम सिंह को भगाने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार कांस्टेबल को 2 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। चंडीगढ़ पुलिस के कांस्टेबल लाल सिंह पर ही पुलिस के हर मूवमेंट की जानकारी राम रहीम के खास भक्तों को देने का आरोप है।
इस बीच पूछताछ के दौरान उसने अपनी साजिश के बारे में अहम खुलासे किए हैं। पंचकुला हिंसा की जांच कर रही SIT का दावा है कि राम रहीम को भगाने की जिम्मेदारी चंडीगढ़ पुलिस की इंटेलिजेंस विंग के कॉन्स्टेबल लालचंद ने ली थी। बीते सोमवार लालचंद को SIT ने पूछताछ के लिए सेक्टर-26 स्थित क्राइम ब्रांच के ऑफिस में बुलाया था और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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मंगलवार को SIT ने लालचंद को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे दो दिन का रिमांड पर भेज दिया गया है। अब लगातार पुलिस उससे पूछताछ कर रही है और उससे कई सवालों के जवाब पाना चाहती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, 25 अगस्त को फैसला आने के बाद जैसे ही गुरमीत को कोर्ट से बाहर लाया गया, लालचंद दूसरे पुलिसवालों से राम रहीम को बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठाने को कहने लगा लेकिन पुलिसकर्मी तैयार नहीं हुए। फिर लालचंद ने प्लान-बी पर काम शुरू कर दिया।
प्लान-बी के मुताबिक गुरमीत राम रहीम की गाड़ी में कमांडो को बैठाना था, ये कमांडो उसका खास था। उसका जिम्मा गुरमीत को गनपॉइंट पर गाड़ी से उतारना था। उसके बाद उसे बुलेटप्रूफ गाड़ी से चंडीगढ़ में एंटर कराना था, लेकिन भागना हिमाचल की तरफ था। इस दौरान लालचंद के पास वायरलेस सेट था, जिसमें सारे मैसेज फ्लैश हो रहे थे। तभी कोर्ट के बाहर उसने एक कमांडो को अफसरों से भिड़ने का इशारा किया। कमांडो ने वैसा ही किया, लेकिन इस दौरान भी लालचंद गुरमीत तक नहीं पहुंच पाया। साजिश नाकाम रहने पर उसने गुरमीत का पीछा किया।
लालचंद ने गुरमीत को छुड़ाने में एक आखिरी कोशिश और की। लालचंद ने अपनी गाड़ी से गुरमीत को लेकर जा रही गाड़ी का पीछा कमांड तक किया। एक बुलेटप्रूफ गाड़ी साथ लगा दी, ताकि बीच में घेरकर उसे छुड़ाया जा सके। इस दौरान डेरामुखी के कमांडोज को पुलिस मूवमेंट का हर अपडेट मिला रहा था। फैसले वाले दिन पुलिस ने तीन स्टेशनों पर वायरलेस सेट लगाए थे। लालचंद को फ्रीक्वेंसी पता थी, इसलिए हर सूचना गुरमीत की जैमर लगी गाड़ी में बैठे कमांडोज को वायरलेस सेट पर भी मिल रही थी।
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