नोएडा मर्डर केस: बेटे ने कबूला मां-बहन की हत्या का जुर्म, उठक-बैठक लगवाने पर हो गया था गुस्सा
पढ़ाई के लिए डांटने से नाराज बेटे ने अपनी मां और बहन का कत्ल किया था। पढ़ाई को लेकर परिजनों के साथ आरोपी का कई बार झगड़ा हो चुका था। इसके चलते ही उससे मोबाइल छीना गया था। वारदात में उसने बैट, कैंची व पिज्जा कटर का इस्तेमाल किया था ।
एसएसपी लव कुमार ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी जानकारी दी। गौर सिटी-2 की 11 एवेन्यू सोसाइटी में कारोबारी सौम्य अग्रवाल की पत्नी अंजलि अग्रवाल व बेटी मणि कर्णिका की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। वारदात के बाद सौम्य का 11वीं में पढ़ने वाला बेटा गायब था।
पुलिस को शक था कि इसी ने वारदात को अंजाम दिया है। सीसीटीवी की फुटेज ने इस आशंका को और पुख्ता कर दिया था। पुलिस टीम तभी से लापता की तलाश में जुट गई थी। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी को बनारस से पकड़ लिया। एसएसपी ने बताया कि दोनों की हत्या सौम्य के बेटे ने ही की है। पढ़ाई के लिए डांटने पर उसने इस वारदात को अंजाम दिया।
पढ़ाई के लिए उठक-बैठक लगवाई तो बढ़ा गुस्सा
एसएसपी ने बताया कि 4 दिसंबर को आरोपी घर में पढ़ रहा था। वह सोफा पर बैठकर पढ़ रहा था। इस पर उसकी मां अंजलि ने डाटा और कहा कि इस तरह पढ़ाई नहीं होती है। कुर्सी व टेबल पर बैठकर पढ़ाई करो। जब वह नहीं माना तो उन्होंने उठक-बैठक लगवा दी। इससे वह नाराज हो गया। उसकी नाराजगी दूर करने के लिए ही उस दिन बाहर से खाना मंगवा खिलाया था, लेकिन इससे उसकी नाराजगी दूर नहीं हुई।
पहले मां और बाद में बहन को मारा
पुलिस ने बताया कि इसका बदला लेने के लिए उसने पहले मां को और फिर बहन को मौत के घाट उतारा। 4 दिसंबर की रात 10 और 10.30 बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया। उसने पहले बैट से हमला किया। इसके बाद कैंची का इस्तेमाल किया। वारदात को पुख्ता करने के लिए उसने पिज्जा कटर का इस्तेमाल किया। पुलिस ने बताया कि जब मां को मार दिया तो उसकी बहन उठ गई। वह किसी को बता ना दे, इसके लिए उसने बहन को भी मार डाला।
स्कूल में बच्चों से रहता था अलग
पुलिस ने बताया कि इसका पढ़ने में मन नहीं लगता था। यही कारण था कि वह स्कूल में बच्चों से अलग रहता था। स्कूल की ओर से इसकी शिकायत आती रहती थी। यही कारण था कि परिजनों ने उससे फोन ले लिया था। इससे भी वह नाराज रहता था।
कई शहरों में घूमने के बाद पहुंचा बनारस
पुलिस ने बताया कि वारदात को अंजाम देकर आरोपी टैक्सी से दिल्ली पहुंचा। वहां से वह ट्रेन से चंड़ीगढ़ चला गया। चंडीगढ़ से वह शिमला होकर फिर चंडीगढ़ आ गया। आरोपी यहां से रांची आ गया। फिर रांची से मुगलसराय पहुंचा। यहां से वह बनारस पहुंचा। यहां के दशाश्वमेघ घाट से पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
बैग गुम होने पर पिता को किया फोन
कई शहरों में घूमने के दौरान आरोपी का बैग खो गया। बैग में पैसे और मां का फोन भी था। इससे वह घबरा गया। पुलिस ने बताया कि मुगलसराय से वह किसी के साथ मोटरसाइकिल से बनारस पहुंचा था। यहां से किसी के फोन से अपने पिता को जानकारी दी।