सारण : बिहार के सारण जिले के भेल्दी थाना में पदस्थापित दारोगा शबाहूदिन खां व मुंसी बैथनाथ यादव जिले में चल रहे बालू के खेल में फंस गये. भ्रष्टाचार के जुर्म में पकड़े गये दोनों लोगों के कारण सारण पुलिस के दामन पर गहरा दाग लगा. दारोगा को बालू कारोबारी से दस हजार रुपये रिश्वत लेते पकड़ा गया. वही मुंशी को शक के आधार पर निगरानी की टीम गिरफ्तार कर पटना ले गयी. निगरानी की टीम का नेतृत्व डीएसपी कनिष्क महाराज कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार प्रमोशन पर दारोगा बने शबाहूदिन खां जिले में चल रहे बालू के खेल को समझ नहीं सके और फंस गये. सारण के ही कोपा थाना से भेल्दी थाना में दारोगा के पोस्ट पर पदस्थापीत हुए. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने बालू के ट्रक को पकड़ा था. बालू कारोबारी से दारोगा गाड़ी छोड़ने के लिए रुपये की मांग कर रहे थे. जिसके बाद बालू कारोबारी ने निगरानी को सूचित किया.
सूचना पर निगरानी के डीएसपी कनिष्क महाराज अपने टीम के साथ बालू कारोबारी को ले भेल्दी थाने पहुंचे. जहां तय बात के बाद बालू कारोबारी ने दारोगा शबाहूदिन खां को दस हजार रुपये दे रहे थे. तभी साथ मौजूद निगरानी अधिकारियों ने दारोगा को घुस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. वही थाना परिसर के बाहर वाहन चेकिंग के दौरान मुंशी बैधनाथ यादव के हावभाव को देख अधिकारी को शक हुआ तो पूछताछ करने के दौरान कथित रूप से मुंशी द्वारा दुर्व्यवहार किया गया जिसके बाद अधिकारियों ने मुंशी के कमरे की तलाशी ली. जहां से 18,000 रुपये मिला जांच में सारे रुपये वाहन चेकिंग द्वारा वसूली के रुपये थे, जो भेल्दी पुलिस को सुपुर्द कर मुंशी को भी गिरफ्तार कर लेकर चले गये.