समस्तीपुर में कपड़ा व्यवसायी से मांगी पांच लाख की रंगदारी, दो गिरफ्तार

firauti on phone
0 98
Above Post Campaign

बिहार के समस्तीपुर में शहर के जाने-माने कपड़ा व्यवसायी मनोज कुमार गावड़ी से अपराधियों ने पांच लाख रुपये की रंगदारी मांगी है. अपराधियों ने रंगदारी दुकान में पत्र भेज व उनके मोबाइल पर फोन कर मांगी है. रंगदारी की राशि नहीं देने पर पूरे परिवार को खत्म कर देने की धमकी दी है. पुलिस ने इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर रंगदारी मांगने वाले दो अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया है. उनके पास से रंगदारी मांगने में प्रयुक्त मोबाइल भी बरामद कर लिया है.

गिरफ्तार अपराधियों की पहचान मुजफ्फरपुर जिले के मालीघाट के उदय भगत के पुत्र धीरज कुमार के रूप में की गयी है. एक अन्य की पहचान जिले के मुफस्सिल थाने के मुसापुर के राजा कुमार के रूप में की गयी है. सदर डीएसपी मो तनवीर ने बताया कि शहर के प्रोफेसर कॉलोनी निवासी मनोज कुमार गावड़ी ने जब 20 मार्च को अपनी दुकान खोली, तो दुकान में अंग्रेजी में लिखा रंगदारी भरा एक पत्र मिला. इसमें जिले के कल्याणपुर में ऑटो से आ कर रंगदारी की राशि देने की बात कही गयी.

Middle Post Banner 2
Middle Post Banner 1

पत्र में परिवार के बच्चे की गतिविधि की जानकारी दी गयी थी. मनोज इसे मजाक समझ कर चुप रह गये, लेकिन 28 मार्च को पुन: उनके मोबाइल पर 853XXXX827 नंबर से फोन कर अपराधियों ने रंगदारी की राशि नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी. तब उन्होंने घटना की जानकारी नगर पुलिस को दी.

पुलिस ने मामले की जांच इंस्पेक्टर एचएन सिंह के नेतृत्व में शुरू की, तो पाया गया कि रंगदारी जिस नंबर से मांगी गयी थी, वह मोबाइल मुफस्सिल थाने के हकीमाबाद गांव निवासी मो. इरफान रजा का है, जो 25 मार्च को शहर के बहादुरपुर स्थित एक सैलून से चोरी हो गया था. डीएसपी ने बताया कि अपराधियों ने रंगदारी मांगने में चोरी के मोबाइल का सिम अपने मोबाइल में लगा कर उपयोग किया. इससे वैज्ञानिक अनुसंधान में मामले का खुलासा हो गया.

Below Post Banner
After Tags Post Banner 1
After Tags Post Banner 2
After Related Post Banner 1
After Related Post Banner 3
After Related Post Banner 2
Leave A Reply

Your email address will not be published.

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More

Close