पूर्व डिप्टी CM तेजस्वी बोले- जनादेश के अपमान से जनता में आक्रोश
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने वैशाली के चकसिकंदर में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के काफिले पर हुए हमला मामले में कहा कि उन्हें तो इस बात की जानकारी भी नहीं थी कि उनके पीछे कौन चल रहा है. मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली कि सुशील मोदी के काफिले पर हमला हुआ है.
तेजस्वी यादव ने कहा की सुशील मोदी तो अफवाह मियां हैं. वे अफवाह फ़ैलाने में माहिर हैं. राजद हिंसा का रास्ता नहीं अपनाती, हम गांधी जी की विचारधारा पर चलने वाले लोग हैं. मंगलवार शाम पूर्व सीएम तेजस्वी यादव ने जनादेश अपमान यात्रा के दूसरे चरण में समस्तीपुर में ये बातें कहीं.
उन्होंने कहा की जनादेश के अपमान से जनता नाराज है और इससे नीतीश और सुशील मोदी बौखलाए हुए हैं. ऐसा काम राजद के कार्यकर्त्ता कर ही नहीं सकते. राजद का कोई भी कार्यकर्त्ता ऐसे मामलों में शामिल नहीं है. जानबूझ कर हमारी जनादेश अपमान यात्रा को बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
बीजेपी मुद्दे को उल्टी दिशा में ले जाना चाहती है. तेजस्वी ने सुशील मोदी पर आरोप लगते हुए कहा कि सृजन घोटाले में वित्त मंत्री रहते हुए जो इनकी भूमिका रही है और मुख्यमंत्री की जानकारी में ऐसे घोटाले हुए हैंं. जब यह मामला जनता के सामने आ गया और नीतीश कुमार और सुशील मोदी फंस रहे हैं तो इस डर से हमारी इस यात्रा को रोकना चाहते हैं. ये मुझे भागलपुर जाने से रोकना चाहते हैं .
उन्होंने कहा की सुशील मोदी को नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री से मांग करते है कि उन्हें एसपीजी की सुरक्षा दिया जाए. उन्होंने कहा की जनता रोड पर आ गई है. हो सकता है कि फायदा उठाने के लिए बीजेपी -आरएसएस के लोगों के द्वारा हमला किया गया हो.
ये क्यों माना जा रहा है कि आरजेडी के लोगों के द्वारा ही यह किया गया है. उन्होंने अपने कार्यकर्त्ताओं और बिहार की जनता से अपील की जो जनादेश अपमान के खिलाफ गुस्सा है उस गुस्से को दबा कर रखे और चुनाव के वक्त ईवीएम का बटन दवा कर इसका जबाब दे.
वहीं, शरद यादव के साथ आने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जनादेश बिहार की जनता ने जनादेश बीजेपी के खिलाफ मिला है और नीतीश कुमार ने चोर दरवाजे से बीजेपी को सरकार में घुसा दिया. उन्होंने शारद यादव के जदयू को जनता का असली जदयू बताया और नीतीश की जदयू को सरकारी और नकली जदयू करार दिया.