स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुखमेलपुर गांव में बेहद आकर्षक दृश्य दिखा. 15 अगस्त पर आजादी की वर्षगांठ मनाने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिद पर तिरंगा फहराया.
इस दौरान तिरंगे के नीचे खड़े होकर लोगों ने एक सुर में राष्ट्रगान गाया और राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी. वहीं छोटे-छोटे तिरंगे हाथों में लेकर बच्चों ने आजादी के तराने गाए.
मुखमेलपुर की मदीना मस्जिद पर स्वतंत्रता दिवस की 70 वीं वर्षगांठ पर पहली बार देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया गया है. इस दौरान न केवल मस्जिद के मौलवी और स्थानीय लोग शामिल हुए, बल्कि बच्चों ने भी आजादी का जश्न तिरंगे के नीचे खड़े होकर मनाया.
मस्जिद पर तिरंगा फहराने वाले नसीम बताते हैं कि यह मस्जिद करीब ढा़ई साल पहले बनी थी. लेकिन पहली बार इस पर तिरंगा फहराया गया है. उनका कहना है कि देश और देश के प्रतीकों के प्रति लोगों में प्रेम होना चाहिए.
नसीम ने राष्ट्रगान गाने और तिरंगे को सलामी को लेकर विवाद खड़ा करने वाले लोगों से कहा कि भारत सभी का वतन है. लिहाजा भारत के तिरंगे और राष्ट्रगान का सम्मान करना चाहिए. आजादी के इस जलसे में सभी शामिल होना चाहिए.
वहीं स्वतंत्रता दिवस पर इस आयोजन में शामिल हुए बच्चों शारिब, शमद आदि ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लगा जब वे राष्ट्रगान गा रहे थे. वहीं मूंगराज ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के सभी को यह दिन मनाना चाहिए.