महबूबा के मंत्री ने कहा- साबित हुआ भ्रष्टाचार का आरोप, तो दे दूँगा इस्तीफा
भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे Jammu Kashmir के ग्रामीण Development Minister Abdul haq khan ने इस्तीफे की पेशकश कर दी। कांग्रेस विधायक ने केंद्र प्रायोजित योजना के क्रियान्वयन में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। उनकी इस पेशकश के जवाब में कांग्रेस विधायक ने कहा कि अगर वह झूठे साबित हुए तो वह इस्तीफा दे देगें।
विधानसभा में बनिहाल विकार से कांग्रेस विधायक रसूल के मनरेगा योजना में कथित भ्रष्टाचार का मामला उठाया था। इस मामले पर अब्दुल हक खान ने कहा कि अगर उनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप सही साबित हुए तो वह मंत्रालय छोड़ देगें।
उनके जवाब से असंतुष्ट विधायक रसूल विधानसभा से बाहर चले गए। रसूल ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से कहा कि वह उनके शब्दों को लेकर गंभीर हैं। उनके जिले में पिछले दो साल से 9 करोड़ की देनदारी लंबित है, जबकि मनरेगा में यह स्पष्ट किया गया है कि कर्मचारियों को 15 दिन के भीतर उनका वेतन दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने ग्रामीण विकास योजना में कथित गैरकानूनी एवं भ्रष्टाचार + की स्वतंत्र जांच के लिए सदन में यह मुद्दा उठाया लेकिन सरकार ने मामले पर गंभीर कदम उठाने की बजाय इसे छिपाने की कोशिश की।
मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को दोहराते हुए रसूल ने कहा की सरकार ने इस योजना को बर्बाद कर दिया है और जवाबदेही तय न होने तक कोई सुधार नहीं होगा। मामले में जांच के आदेश दिए जाएं और अगर मंत्री दोषी नहीं पाएं गए तो वह इस्तीफा दे देंगे।
उन्होंने दावा किया कि सरकार ने हाल ही में मनरेगा योजना के तहत राशि रिलीज की थी लेकिन उनके जिले में कुछ लाख की अल्प राशि ही रिलीज की गई। वेतन न मिलने के कारण उनके यहां के लोग काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।