चीन और पाक की नापाक साजिश को BSF ने किया बेनकाब, इन 5 तरीकों से घेरने का था प्लान
नई दिल्ली। डोकलाम विवाद पर मुह की खाने के बाद चीन तिलमिलाया हुआ है। वह भारत को नीचा दिखाने की कोशिशों में लगा है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विदेश नीति के चलते उसे हर बार गच्चा खाना पड़ रहा है। ऐसे में अब उसने हिन्दुस्तान के धुर-विरोधी पाकिस्तान के साथ मिलकर घेरने का प्लान बनाया है।
मिली जानकारी चीन और पाकिस्तान का नापाक गठजोड़ भारत को 5 तरीकों से घेरने की साजिश में जुटा है, जिसका BSF (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) ने भंडाफोड़ कर दिया है।
केंद्र सरकार को BSF की ओर से इस साल 20 अक्टूबर को सौंपी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि किस तरह कब्रिस्तान जियारत टॉप और फॉरवर्ड डिफेंडेड लोकेलिटी 26 छलीरा पर पाकिस्तानी सैनिकों को चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ओर से आधुनिक हथियारों की ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही सर्विलांस सिस्टम से पूरे इलाके को लैस करने में भी चीन पाकिस्तान की मदद कर रहा है।
वहीँ बीएसएफ ने एलओसी के उस पार पाकिस्तान और चीन की खुराफातों को लेकर आगाह किया गया है।
बता दें चीन और पाकिस्तान की इन चालों पर भारतीय सुरक्षा बलों की पैनी नजर है। भारत के जवान जहां पूरी तरह मुस्तैद हैं वहीं एलओसी के पार से होने वाले किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
जैसलमेर सेक्टर में हलचल तेज
शातिर चीन सिर्फ राजौरी सेक्टर में ही पाक की मदद नहीं कर रहा है। बल्कि राजस्थान के जैसलमेर सेक्टर में सरहद के उस पार भी पाकिस्तानी सेना को चीन सर्विलांस इक्विपमेंट से मजबूत करने में जुटा है।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक जैसलमेर बॉर्डर एरिया में सरहद के उस पार 16 पहिया वाले वाहन में इस सर्विलांस सिस्टम को लाद कर पहुंचाया गया। जब ये वाहन मूवमेंट कर रहा था तब रेत में फंस भी गया। जानकारी के मुताबिक इस सर्विलांस इक्विपमेंट का नंबर UC 8451****0/G-NOM है।
भुज सेक्टर में सरहद से 50 किलोमीटर दूर एयरपोर्ट का निर्माण
चीन और पाकिस्तान की नापाक हरकतों से गुजरात से सटा बॉर्डर भी अछूता नहीं है। इस साल 13 अक्टूबर की खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक गुजरात में भुज सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर के उस पार महज 50 किलोमीटर की दूरी पर पाकिस्तान चीन के साथ मिलकर मीठी एयरपोर्ट बना रहा है। यहां चीनी नागरिकों की मौजूदगी देखी गई है। पाकिस्तानी सेना, पाक रेंजर्स और पाकिस्तान पुलिस के अधिकारी यहां निर्माण कार्य की निगरानी कर रहे हैं।
पाक ने चीन के लिए बनाए 200 से ज्यादा बंकर
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के बीकानेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और जैसलमेर से लगती सरहद के उस पार पाकिस्तान कंक्रीट के बंकर बनाने में लगा है। स्ट्रैटेजिक लोकेशन्स में एक महीने में करीब 200 पक्के बंकर बना लिए गए हैं। इन बंकरों को बनाने में पाकिस्तान को चीन तकनीकी मदद दे रहा है।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर के मुताबिक, ‘पाकिस्तान हमेशा ऐसी हरकतें करता रहा है, इसके लिए उसकी कोशिश बाहर से भी मदद लेने की रहती है। उन्होंने कहा कि किसी भी दूसरे देश को पाकिस्तान की नापाक गतिविधियों में साथ नहीं देना चाहिए।
चीन का नाम लिए बिना अहीर ने कहा कि अगर कोई हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान की मदद करता भी है तो भी हम पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम हैं।
घुसपैठ के लिए सुपर हाई एल्टीट्यूड क्लॉथ खरीदे
पाकिस्तान ने हांगकांग की एक कंपनी से सर्दियों में इस्तेमाल होने वाले कपड़े और अन्य सामग्री भी खरीदी है। इनमें स्पेशल, ट्राउजर, हाई एल्टीट्यूड बूट्स, जैकेट्स और स्लीपिंग बैग्स शामिल हैं। साथ ही बड़ी संख्या में खास तरह के दस्तानों का भी आर्डर दिया गया है।
चीन ने पाकिस्तान को आधुनिक कॉनवाई जैमिंग सिस्टम खऱीदने में मदद की है। सूत्रों के मुताबिक चीन की मदद से ये सिस्टम स्विट्जरलैंड से खरीदा गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के पाकिस्तान इस सिस्टम का इस्तेमाल बॉर्डर एरिया में करने की फिराक में है।
खुफिया रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पाकिस्तानी सेना ने आतंकियो की घाटी में घुसपैठ कराने के लिए सुपर हाई एल्टीट्यूड क्लॉथ खरीदे हैं। ऐसे कपड़ों का इस्तेमाल अक्सर सैनिक करते हैं। लेकिन पाकिस्तान इसका इस्तेमाल माइनस 50 डिग्री तापमान में भी आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए कर सकता है।