नई दिल्ली। डिजिटल ट्रैवलर रैंकिंग में भारत दुनिया में सबसे आगे है, जिसके बाद चीन और इंडोनेशिया का नंबर है। प्रमुख ट्रैवल कॉमर्स प्लेटफार्म ट्रेवलपोर्ट ने 19 देशों के 11,000 यात्रियों के सर्वेक्षण के बाद यह जानकारी दी है। ट्रेवलपोर्ट ने बताया कि इस सर्वेक्षण में योजना तैयार करने, बुकिंग करने और यात्रा का अनुभव करते समय डिजिटल उपकरणों के उपयोग पर प्रकाश डाला गया है। इसमें दर्शाया गया है कि विश्लेषण में शामिल 19 देशों में भारतीय यात्री डिजिटल रूप से सबसे उन्नत हैं, और उन्होंने दुनिया के कई प्रमुख पर्यटन बाजारों को पीछे छोड़ दिया है।
कंपनी ने भारत में 1,000 लोगों के एक नमूने के आधार पर (जिन्होंने पिछले साल कम से कम एक हवाई यात्रा की है) बताया कि यात्रा के बारे में खोज करते समय 91 फीसदी भारतीय यात्रियों ने साथियों की समीक्षा का इस्तेमाल किया। जबकि 87 फीसदी अपने मित्रों द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो और फोटो का उपयोग करते हैं। एक अच्छी कीमत या पैकेज पाने के लिए 85 फीसदी लोग कीमत की तुलना करने वाली साइटों का उपयोग करते हैं। किसी यात्रा के बारे में खोजते हुए 67 फीसदी वॉइस सर्च का उपयोग करते हैं, जैसे सिरी या अमेजॅन इको उपकरणों का उपयोग करते हैं, जो वैश्विक औसत से 20 फीसदी अधिक है।
सर्वेक्षण के नतीजों में बताया गया कि 51 फीसदी भारतीय यात्री अपने स्मार्ट फोन के माध्यम से अपनी बुकिंग करते हैं। 74 फीसदी महसूस करते हैं कि एक एयरलाइन को चुनते समय एक अच्छा डिजिटल अनुभव महत्वपूर्ण है। 82 फीसदी डिजिटल बोडिर्ंग पास और ई-टिकट को पसंद करते हैं। 66 फीसदी होटल चुनने के लिए डिजिटल अनुभव पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। 69 फीसदी ऐसे होटल से बचते हैं जो वाइ-फाई के लिए शुल्क लेते हैं। 60 फीसदी ऐसा मोबाइल एप चाहते हैं कि रिसेप्शन जाए बिना उन्हें चेक-इन करने की अनुमति मिल सके।
83 फीसदी के लिए दोस्तों और परिवार से वर्चुअल तरीके से जुड़े रहना महत्वपूर्ण है। भारतीय यात्री 19 अलग-अलग श्रेणियों के एप का औसत उपयोग करते हैं, जो वैश्विक औसत से तीन गुना अधिक है। वहीं, 92 फीसदी भारतीय होटल और रेस्तरां की समीक्षा ऑनलाइन पोस्ट करते हैं।
डिजिटल ट्रैवलर रैंकिंग में नंबर 1 पर (भारत), 2 पर (चीन), 3 (इंडोनेशिया), 4 (ब्राजील), 5 (सऊदी अरब), 6 (मेक्सिको), 7 (दक्षिण अफ्रीका), 8 (संयुक्त अरब अमीरात), 9 (कोलम्बिया), 10 (इटली), 11 (संयुक्त राज्य अमेरिका), 12 (स्पेन), 13 (फ्रांस), 14 (रूस),15 (कनाडा), 16 (ऑस्ट्रेलिया), 17 (यूनाइटेड किंगडम), 18 (जापान) और 19 (जर्मनी) है।
ट्रैवलपोर्ट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, राबिह साब ने बताया, “इन निष्कर्षो से अपनी यात्रा से पहले और उसके दौरान भारतीय यात्रियों के लिए डिजिटल टूल के महत्व का पता चला है तथा ग्राहकों के लिए उत्तरदायी, संगत और समय पर सेवाएं प्रदान करने के लिए 7,600 अरब डॉलर की वैश्विक यात्रा और आतिथ्य उद्योग की आवश्यकता का पता चलता है। डिजिटल व मोबाइल क्षमताओं से युक्त विश्व की एक अग्रणी तकनीकी कंपनी के रूप में हमारा लक्ष्य लगातार बेहतर बिक्री, खरीद और प्रबंधन करने का अनुभव प्रदान करना है।”