पटना : शराब तस्करी के एक नये ट्रेंड की जानकारी पुलिस को उस समय हुई, जब एक छोटे ट्रक को पुलिस ने पकड़ा. उस ट्रक के अंदर ही तहखाना बनाया गया था और उसमें शराब भरे कार्टून रखने के बाद उसे बोल्ट से इस कदर कस दिया गया था कि ऊपर से देखने से यह लगे की ट्रक का डाला एकदम खाली है.
पुलिस की टीम ने इस छोटे ट्रक को खुसरूपुर थाने के लोदीपुर इलाके में पकड़ा और उसमें से काफी संख्या में शराब की बोतलें बरामद कीं. इस मामले में पुलिस ने शराब तस्कर शशि राय, कौशल, विनाेद, छोटू व शंकर को गिरफ्तार किया है.
ये सभी नालंदा के रहने वाले हैं और शराब की ट्रक को आगे-पीछे से दो लक्जरी गाड़ियों से एस्काॅर्ट करते हुए हरनौत से खुसरूपुर होते हुए पटना की ओर आ रहे थे. लेकिन इसकी भनक एसएसपी मनु महाराज को लग गयी और उनके निर्देश पर खुसरूपुर थानाध्यक्ष मृत्युंजय ने उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया.
पुलिस ने उन दोनों लक्जरी वाहनों को भी जब्त कर लिया है, जिससे वे लोग पुलिस से बचने के लिए एस्काॅर्ट करते थे. पकड़े गये कौशल, विनोद व शशि शराब के धंधे के मास्टरमाइंड हैं, जबकि शंकर और छोटू शराब खरीदने के लिए पैसे लेकर आये थे. इन लोगों के पास से दो लाख रुपये, सोने की एक चेन व सात अंगूठियां भी बरामद की गयी हैं.
शराब तस्करी के सरगना के रूप में नालंदा के राजू साह का नाम पुलिस के सामने आया है. वह किराये की गाड़ी लेकर शराब दूसरे राज्यों से मंगवाता है. क्योंकि अगर शराब पकड़ा भी गया, तो केवल वाहन चालक व खलासी गिरफ्तार होते हैं और जिनकी गाड़ी होती है वे कानूनी पचड़े में फंसते हैं, शराब तस्कर आम तौर पर बचे रह जाते हैं.
ट्रक के डाला की फ्लोर ऊंची देख पुलिस को हुआ था शक
पुलिस को सूचना मिली थी कि उस ट्रक से शराब ले जायी जा रही है. पुलिस ने उस ट्रक को रोका और चेकिंग की, तो उसमें कुछ भूसा पड़ा था.
साथ ही ट्रक का डाला पूरी तरह खाली था. लेकिन उक्त डाला की फ्लोर काफी ऊंची देख कर शक हुआ और फिर उसकी चेकिंग की गयी. फ्लोर में बोल्ट लगा था और उसे खोला गया, तो उसके अंदर कई कार्टन विदेशी शराब भरी पड़ी थी. उक्त तहखानानुमा फ्लोर से पुलिस ने 920 बोतल रॉयल स्टेग ब्रांड की शराब को बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली.
कैसे लाते थे शराब : शराब की बोतल हरियाणा से झारखंड पहुंचती है और वहां से फिर उसी तरह के तहखानानुमा बने डाला युक्त ट्रक में शराब को डाल कर नालंदा ले जाया जाता है और फिर वहां से सप्लाई की जाती है.
साथ ही एक गाड़ी उस ट्रक के पांच सौ मीटर आगे और दूसरी गाड़ी उस ट्रक के 500 मीटर पीछे चलती है. अगर आगे पुलिस की चेकिंग होती है, तो वहीं पर ट्रक को रुकने का निर्देश दे दिया जाता है और चेकिंग के बाद फिर वहां से अागे बढ़ाया जाता है. एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह के सरगना को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा हरियाणा व झारखंड के भी लोगों का नाम सामने आया है.