गुजरात चुनाव: राहुल गांधी से मिले जिग्नेश मेवाणी, कहा- वह हमारी मांगों से सहमत
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने गुजरात दौरे के आखिरी दिन दलित नेता जिग्नेश मेवानी से मुलाकात की। मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए जिग्नेश ने बताया कि राहुल गांधी उनकी मांगों से सहमत हैं। उन्होंने बताया कि मुलाकात के दौरान राहुल ने हमारी मांगों को सही करार देते हुए कहा है कि हमारी मांगें सिर्फ मांगें नहीं बल्कि हमारा संवैधानिक अधिकार हैं, और हमारी मांगों को मेनिफेस्टो में शामिल किया जाएगा।
जिग्नेश ने दूसरी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी और दूसरी पार्टियों की सोच में अंतर है दूसरी पार्टियां तो बात तक नहीं सुनती हैं।साथ ही जिग्नेश ने कहा कि अगर कांग्रेस उनकी मांगें मान लेती है, तो वे बाहर से समर्थन देने को तैयार हो सकते हैं।
बता दें कि राहुल पिछले तीन दिन से गुजरात दौरे पर हैं और आज उनके दौरे का आखिरी दिन था। आज वो गुजरात के नवसारी जिले में मौजूद थे। इस दौरान राहुल ने लोगों को संबोधित करते हुए दूसरी पार्टियों पर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि पता नहीं भारत में ईंधन के दाम लगातार बढ़ने का कारण क्या है जब्कि दूसरे देशों में दाम घट रहे हैं। गुजरात में होने वाले चुनाव को लेकर राहुल ने कहा कि हम गुजरात के मन की बात सुनेंगे।
Met Rahul Ji. He told us 90% of our demands aren't demands but our constitutional rights which will be included in manifesto: Jignesh Mevani pic.twitter.com/QaikXKcnw6
— ANI (@ANI) November 3, 2017
राहुल गांधी ने कहा, हम सबको सुनते हैं, चाहे वह जिग्नेश हो या हार्दिक (पाटीदार आंदोलन के नेता) या अल्पेश (ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर) और उनकी समस्याओं को सुनने के बाद काम करते हैं. उन्होंने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि दूसरी तरफ भाजपा की दिलचस्पी लोगों को अपनी मन की बात सुनाने में है. राहुल और मेवानी के बीच बैठक नवसारी के बाहरी इलाके में एक फार्महाउस में तकरीबन आधे घंटे तक चली. मेवानी पिछले साल उना में दलितों की पिटाई की घटना के बाद उनके अधिकारों के लिए संघर्ष करके चर्चा में आये थे. उन्होंने गुजरात की भाजपा सरकार को दलित विरोधी करार दिया.
बैठक के बाद मेवानी ने संवाददाताओं से कहा, उना की घटना के बाद से हमने कई आंदोलन चलाये और ज्ञापन सौंपे. इसके बावजूद इस मोटी चमड़ीवाली भाजपा सरकार, जो न सिर्फ दलित विरोधी, बल्कि जनविरोधी भी है, उसने हमारे समुदाय की एक भी मांग पर विचार नहीं किया है. उन्होंने हमसे (हमारी मांगों के बारे में) चर्चा की जहमत भी नहीं उठायी. उन्होंने कहा, राज्य के लोग भाजपा के इस अहंकार को खत्म कर देंगे.
मेवानी ने कहा कि दूसरी तरफ कांग्रेस दलित समुदाय की मांगों को सुनने को तैयार है. उन्होंने कहा, हमारी (मेवानी और अन्य दलित नेताओं की) अपनी 17 मांगों पर राहुलजी के साथ विस्तृत चर्चा हुई. राहुलजी ने न सिर्फ हमें सुना, बल्कि कहा कि हमारी 90 फीसदी से अधिक मांगें हमारा संवैधानिक अधिकार है. उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि हमारी ज्यादातर वैध मांगों को कांग्रेस के घोषणा पत्र में शामिल किया जायेगा. यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने समुदाय के सदस्यों को आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए मतदान करने को कहेंगे, तो मेवानी ने कहा, मैं अपने समुदाय को भाजपा के पक्ष में मतदान नहीं करने को कहूंगा.