टीम को मिली ऐतिहासिक जीत लेकिन ये भारतीय खिलाड़ी इसलिए रह गया मायूस
नई दिल्ली। दिल्ली टी20 मुकाबला भारतीय टीम के लिए कई मायनों में ऐतिहासिक बन गया। इस मैच में भारतीय टीम को पहली बार कीवी के खिलाफ क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में जीत मिली साथ ही भारतीय टीम के 38 वर्षीय गेंदबाज आशीष नेहरा को सम्मानजनक विदाई दी गई। नेहरा की विदाई के साथ-साथ भारतीय क्रिकेट टीम में पहली बार इस 22 वर्षीय बल्लेबाज को शामिल किया गया लेकिन उन्हें खेलने का मौका ही नहीं मिल पाया। जाहिर है टीम की जीत की खुशी तो थी लेकिन पहली बार टीम में अंतिम ग्यारह में शामिल होने के बावजूद खेलने का मौका नहीं मिलने से इस खिलाड़ी को मायूसी तो जरूर हुई होगी।
आखिर क्यों नहीं मिला श्रेयस को मौका
श्रेयस टॉप ऑर्डर बल्लेबाज हैं लेकिन उन्होंने दिल्ली टी20 से पहले कहा था कि वो किसी भी स्थान पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। जब उन्हें पहले टी20 में शामिल किया गया तो शायद टीम मैनेजमेंट की ये सोच थी कि उन्हें चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा। अब इसे किस्मत की बात कहें या फिर कुछ और इस मैच में पहले भारतीय टीम की बल्लेबाजी आई और टीम के ओपनर बल्लेबाज धवन और रोहित के बीच 158 रन की साझेदारी हुई और भारत का पहला विकेट 17वें ओवर की दूसरी गेंद पर गिरा। धवन के आउट होने के बाद पांड्या को भेजा गया जो बिना खाता खोले ही आउट हो गए। इसके बाद बल्लेबाजी के लिए खुद विराट आ गए। फिर रोहित शर्मा का भी विकेट गिरा और धौनी को बल्लेबाजी के लिए भेजा गया। यानी साफ है कि तेज गति से रन बनाने की रणनीति के तहत भारतीय खेमे ने अनुभवी बल्लेबाजों को पहले भेजा। इसकी वजह से श्रेयस का नंबर नहीं आ पाया और वो बल्लेबाजी करने से चूक गए।
अब रहेगा अगले मौके का इंतजार
श्रेयस को बेशक पहले मैच में बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल पाया लेकिन इस बात की पूरी उम्मीद है कि उन्हें बाकी के दो मैचों में टीम का हिस्सा बनाया जा सकता है। श्रेयस को पहले ही मैच में टीम में शामिल किया जाना इस बात का संकेत है कि कप्तान और टीम मैनेजमेंट को उनकी बल्लेबाजी पर पूरा भरोसा है। हालांकि पहले मैच में स्थिति कुछ ऐसी बनी जिससे उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिल सका लेकिन हर मैच में ऐसे हालात बने ये जरूरी नहीं है। हाल के दिनों में श्रेयस ने जिस तरह से बल्लेबाजी करके सबको प्रभावित किया है उसकी वजह से उन्हें टी20 टीम में कई बल्लेबाजों के उपर तरजीह देते हुए टीम में मौका दिया गया। जाहिर है श्रेयस के लिए अगले दो मैच अहम होने वाले हैं। अगर इन्होंने इन दोनों मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया तो भारतीय टीम में बने रहने की उनकी दावेदारी मजबूत रहेगी।