फगवाड़ा। गुरुवार को फगवाड़ा-लुधियाना रेल ट्रैक पर शताब्दी एक्सप्रेस के नीचे मौली स्टेशन के पास संदिग्ध धमाका हुआ। धमाके का पता लगते ही ड्राइवर ने ट्रेन रोक दी और आनन-फानन में इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। सूचना मिलते ही फगवाड़ा स्टेशन पर छत्तीसगढ़ व हापा एक्सप्रेस रोक दी गई।
मौके पर पहुंची आरपीएफ और जीआरपी की टीम ने जांच की। जांच में बम विस्फोट के सुबूत नहीं मिलने पर ट्रेनों को रवाना कर दिया। अमृतसर से नई दिल्ली जा रही शताब्दी एक्सप्रेस जब मौली के रेलवे स्टेशन से गुजर रही, तभी रेलवे लाइन पर एक जोरदार धमाका हुआ।
इसके बाद पर ड्राइवर सतीश कुमार ने इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी। मौके पर पहुंची आरपीएफ व जीआरपी की टीमों ने जांच की।
जीआरपी के एसएचओ बलदेव सिंह रंधावा ने बताया कि कंट्रोल रूम से मिली सूचना के आधार पर वह और आरपीएफ के इंस्पेक्टर बिशंबरदास के साथ रेलवे लाइनों की जांच की, मगर वहां बम धमाका होने संबंधी कोई सुबूत नहीं मिले।
बच्चे की हो सकती है शरारत-
जीआरपी के एसएचओ बलदेव सिंह रंधावा ने बताया कि स्टेशन के निकट आबादी है। हो सकता है कि छोटे बच्चों ने शरारत करते हुए पत्थर रेलवे लाइनों पर रख दिए और जब गाड़ी उपर से गुजरी तो धमाका हो गया। फिर भी मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। रेलवे ट्रेक की जांच के बाद सभी टे्रनों को रवाना कर दिया गया है।
पलटते-पलटते बची शताब्दी एक्सप्रेस-
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार फगवाड़ा के मौली रेलवे स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर शताब्दी एक्सप्रेस के नीचे हुए धमाके के दौरान ट्रेन का चक्का स्लिप हो गया था। हालांकि ड्राइवर ने इस स्थिति को संभाल लिया। इससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
जानकार बताते हैं कि अगर ट्रैक पर पत्थर रख दिए जाए तो गाड़ी के स्लिप होने का खतरा बना रहता है, इसमें इंजिन के उतरने का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।