पूर्वी चम्पारण के भूअर्जन अधिकारी कुमार अमरकांत को शहर के कचहरी चौक से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। गया जिले के बेलागंज और मोतिहारी नगर थाने की पुलिस की संयुक्त छापेमारी में उनकी गिरफ्तारी हुई।
बेलागंज में प्रभारी बीडीओ रहने के दौरान उनपर हेराफेरी, जालसाजी व गबन की एफआईआर दर्ज की गई थी। भूअर्जन अधिकारी के अलावा उस मामले में 37 लोगों को आरोपित किया गया था, जिनमें मुखिया व कनीय अभियंता भी शामिल हैं।
सदर डीएसपी पंकज रावत ने बताया कि गया से पुलिस टीम आयी थी। नगर पुलिस के सहयोग से भूअर्जन अधिकारी को गिरफ्तार किया गया। गया पुलिस उन्हें अपने साथ ले गयी। 01 नवम्बर 05 को गया के पूर्व डीएम संदीप पौंड्रिक के आदेश पर सदर एसडीओ विजय कुमार श्रीवास्तव के बयान पर बेलागंज थाने में भूअर्जन अधिकारी कुमार अमरकांत समेत अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी। वहीं भूअर्जन अधिकारी श्री अमरकांत ने नगर थाने में बताया कि इस मामले में उनकी पत्नी आईजी नैय्यर हसनैन खां को आवेदन देकर जांच की मांग की थी।
एसपी गरिमा मलिक इस मामले की जांच कर रही हैं। प्रपत्र क गठित हुआ था, जिसमें वे बरी हो गए थे। फिर भी गिरफ्तार कर लिया गया। गबन मामले में भूअर्जन अधिकारी के अलावा मुखिया मुंशी यादव, कनीय अभियंता विजय कुमार, गिरिजा सिंह, धनंजय प्रसाद उर्फ पप्पू, अजय सिंह, गजेन्द्र सिंह, उदय कुमार, सत्येन्द्र सिंह, विनोद कुमार, पप्पू कुमार, रमेश कुमार आजाद, राजेश कुमार, केदार साह, गयासुद्दीन, नंदलाल यादव, मो. शमशाद, राजविनय सिंह, सुरेश यादव, अशोक यादव, निर्भय कुमार आदि को आरोपित किया गया था।