हनीप्रीत ने किया खुलासा, पंचकूला में हुए दंगों की साजिश में थी शामिल
हरियाणा : सात दिनों तक पुलिस रिमांड में रहने के बाद आखिरकार हनीप्रीत ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। उसने पुलिस के सामने खुलासा किया है कि 25 अगस्त को पंचकूला में भड़की हिंसा मास्टरमाइंड वही है। हनीप्रीत ने बताया कि राम रहीम को रेप केस में दोषी ठहराए जाने के बाद भड़की हिंसा की साजिश में वह शामिल थी और 17 अगस्त को डेरे में एक सीक्रेट मीटिंग की गई थी जिसमें वो खुद भी शामिल थी।
हरियाणा पुलिस की एसआईटी को पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने बताया कि हिंसा की साजिश के तहत किसको कहां भेजना है, किन इलाकों में हिंसा फैलाई जानी है, इसकी जानकारी उसे पहले से ही थी। इसके लिए मैप तैयार किए गए थे। डेरा के जिन खास विश्वासपात्रों की तैनाती की गई थी, उनके नाम और रोड मैप हनीप्रीत के एक लैपटॉप में सुरक्षित हैं।
पुलिस ने मंगलवार को पंचकूला की अदालत में हनीप्रीत का रिमांड बढ़ाए जाने के वक्त जो दलील दी, उसमें बताया गया कि उसे सिरसा में हनीप्रीत के लैपटॉप की बरामदगी करनी है। हनीप्रीत इससे पहले एक डायरी का जिक्र भी कर चुकी है। सूत्रों की मानें तो हनीप्रीत के लैपटॉप और सीक्रेट डायरी में हिंसा से संबंधित मानचित्र और डेरा के राजदारों की जानकारी है।
संभावना ये भी जताई जा रही है कि हनीप्रीत के लैपटॉप और सीक्रेट डायरी में डेरे के खजाने और काले कारनामों की जानकारियां भी मौजूद हैं। क्योंकि हनीप्रीत डेरे में नंबर दो की हैसियत रखती थी। इसलिए डेरे से जुड़े लेन-देन का जिम्मा भी उसी का था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक हनीप्रीत को मालूम है कि डेरे से इधर-उधर किया गया पैसा कहां छिपाकर रखा गया है।
हालांकि अभी तक हनीप्रीत ने अपने मोबाइल फोन को लेकर कुछ भी खुलासा नहीं किया है। पहले उसने बताया था कि उसका मोबाइल फोन पंजाब के तरनतारन के गांव में कहीं खो गया था। लेकिन अब उसकी साथी सुखदीप कौर ने पुलिस को बताया है कि उसका मोबाइल फोन उत्तर प्रदेश के बिजनौर में रह रहे उसके रिश्तेदार के घर से बरामद किया जाना है।
गौरतलब हो कि 25 अगस्त को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने राम रहीम को रेप केस में दोषी करार दिया था। इसके बाद पंचकूल सहित कई राज्यों में हिंसा भड़क उठी थी। इस हिंसा में करीब 38 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें 32 पंचकूला और 6 सिरसा के लोग थे। इतना ही नहीं सैकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल भी हुए थे। साथ ही 926 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।