बाबा की हनीप्रीत भगौड़ी नहीं, अपने वकील के हाथों कोर्ट को भिजवाया ये चौंकाने वाला संदेश
नई दिल्ली। हनीप्रीत की अग्रिम जमानत याचिका पर आज सुनवाई मुमकिन है। यदि हाईकोर्ट ने उसकी जमानत याचिका मंजूर कर ली तो फिर हरियाणा पुलिस का चेहरा देखने लायक होगा। क्योंकि जिस हनीप्रीत के लिए हरियाणा पुलिस की टीम दुनियाभर की खाक छान ली, देश से लेकर नेपाल तक खोजा, वो पड़ोस में मिली, और दूसरा ये कि अब वो तीन हफ्ते तक ठाठ से रहेगी भी।
हनीप्रीत अभी तक पुलिस के लिए एक पहेली बनी है। देश-दुनिया में उसकी तलाश में भटक रही हरियाणा पुलिस को हनीप्रीत ने चौंका दिया। उसकी तरफ से दिल्ली हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका दायर की गई है। उसके वकील प्रदीप आर्या ने बताया है कि हनीप्रीत सोमवार को दिल्ली में ही थी। वह उनके ऑफिस आई थी।
ऐसे में यह साफ हो रहा है कि जिस हनीप्रीत को सारी दुनिया में तलाशा जा रहा है, वो तो देश की राजधानी दिल्ली में कहीं छिपी बैठी है। सोमवार को हनीप्रीत ने दिल्ली हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल की है। उसने दिल्ली हाईकोर्ट के वकील प्रदीप आर्या के साथ करीब करीब 2 घंटे की मुलाकात की थी। उसने वकील से बचाव का कानूनी रास्ता ढूंढने के लिए कहा है।
हनीप्रीत की फरारी को लेकर कई तरह की थ्योरी भी सामने आ रही हैं। ये भी कहा जा रहा है कि वो भागी नहीं बल्कि भगाई गई क्योंकि उसके पास कई रसूखदारों के राज हैं। दूसरी तरफ ये थ्योरी भी निकल रही है कि हनीप्रीत को डेरा के लोगों ने ही बंधक बनाया था। यह आरोप किसी और का नहीं बल्कि राम रहीम की बहू के ममेरे भाई भूपेंद्र सिंह गोरा का है।
राम रहीम के समधी कांग्रेस के पूर्व विधायक हरमिंदर सिंह जस्सी के रिश्तेदार भूपेंद्र सिंह का आरोप है कि उनकी निगरानी में हनीप्रीत को किसी गुप्त जगह ले जाया गया। इन आरोपों को उस सच से भी ताकत मिल रही है, जो राजस्थान के श्रीगंगानगर में हनीप्रीत की तलाश के दौरान सामने आया था। यहां जस्सी के सिक्योरिटी में तैनात पंजाब पुलिस के जवान देखे गए थे।
कहा ये जा रहा है कि हनीप्रीत के पास बाबा से जुड़े रसूखदारों और नेताओं के तमाम राज है। अपनी पोल खुलने के डर से इन्हीं सफेदपोशों के इशारे पर हनीप्री त को गायब किया गया। अब इन्हीं लोगों से जान छुड़ाने के लिए हनीप्रीत कोर्ट की शरण में पहुंची है। यदि कोर्ट याचिका को स्वीकार करता है तो मुमकिन है कि उसे कुछ दिन की ट्रांजिट बेल मिल जाए।