145 साल पुराने विद्यालय को ‘कचड़ालय’ बनाने के लिए ‘सुशासन’ सरकार को नमस्कार !
145 साल का वक्त कम नहीं होता है। अगर किसी दूसरे राज्य में 145 साल पुरानी कोई स्कूल होती तो शायद उस स्कूल को वहां की राज्य सरकार विशेष दर्जा देती लेकिन ये तो अपना बिहार है और हमारे राज्य में ऐतिहासिक धरोहरों को ना तो सरकार और ना ही जनता सम्मान देती है। अब शिवहर के जिला मुख्यालय और नगर के बीच अवस्थित राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय की इन तस्वीरों पर एक नजर डाल लीजिए। ज्ञातव्य हो कि यह विद्यालय सन 1872 से शिवहर में अपनी सेवा प्रदान कर रही है। राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय के प्रांगण में पूर्व विदेश राज्य मंत्री स्व. हरि किशोर सिंह, प्रख्यात लेखक रामवृक्ष प्रसाद बेनीपुरी, राष्ट्रपति पुरूस्कार से सम्मानित प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी स्व. शिव नंदन राउत एवं बहुत हस्तियां ने इस विद्यालय का नाम एवं मान बढ़ाया।
लेकिन आज की तारीख में शिवहर जिला मुख्यालय एवं नगर के बीच अवस्थित राजकीय आदर्श मध्य विद्यालय की भीषण बदहाली से और सड़ांध एवं बदबूदार वातावरण से महामारी फैलने की आशंका। जदयु प्रकोष्ठ नगर निकाय के महासचिव विजय विकास ने हमारे रिपोर्टर से बात करते हुए बताया की बताया कि मैं वहां जाकर सर्वे किया इतनी गंदगी पाए गए स्कूल केंद्र में बच्चे अपने नाक पर कपड़ा डालकर स्कूल में जा रहे थे हर तरफ गंदगी स्कूल के प्रांगण मे नजर आ रहा है। जदयू नेता विजय विकास ने स्कूल की बदहाली की सूचना जिला प्रशासन को भी दिया और शिक्षा विभाग की तरफ से भी दिवाली पर कोई कारवाई अब तक नहीं हुई। आज भी स्कूल के अंदर में गंदे पानी भरे हुए हैं। वीडियो में बच्चो ने कहा की हमें यहां पढाई करने में बहुत दिक्कत होती है।
बच्चों ने बताया कि पानी और मच्छर हमें बहुत डिस्टर्ब करते हैं। स्कूल के शिक्षक ने भी बताया कि ये किस तरह के विकास का मॉडल है। जदयू नेता विजय विकास ने कहा अगर इसको लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो हम लोग जाकर उस गंदे पानी में स्कूल के बच्चों के साथ बैठ जाएंगे और कड़ा विरोध करेंगे।
आज जहाँ इस विद्यालय को हेरिटेज (धरोहर) बनाने की कवायद होनी चाहिए थी वहीं प्रशाशनिक लापरवाही के कारण इसकी स्थिति नारकीय बन गई है। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और सरकार से आग्रह किया है कि इस अतिसंवेदनशील मुद्दे पर विधालय का निरीक्षण करवा पहले तो पिछले चार महीनों से व्यापत जल जमाव जो कि भीषण बदबूदार एवं संक्रमणजनित वातावरण का रूप ले चुका है, महामारी फैलने की आशंका है, से तात्कालिक निजात दिलाने की मांग की है और इस विद्यालय को राज्य के धरोहर के रूप में विकसित करने की मांग की है!