मुंबई : रुपहले पर्दे पर अपनी रुमानी अदाओं से लोगों को दीवाना बनाने वाले दिग्गज अभिनेता शशि कपूर का सोमवार को निधन हो गया. वह 79 वर्ष के थे. अपने दौर में उन्होंने सभी अग्रणी अभिनेत्रियों के साथ काम किया.
अभिनेता-निर्माता ने यहां कोकिलाबेन धीरुभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके भतीजे रणधीर कपूर ने बताया, हां, उनका निधन हो गया. उन्हें किडनी से जुड़ी समस्या थी और वह कई वर्षों से डायलिसिस पर थे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई गणमान्य लोगों ने लोकप्रिय अभिनेता के निधन पर शोक जताया है.
कोविंद ने ट्वीट कर कहा, भारतीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता शशि कपूर के निधन के बारे में जान कर बहुत दुख हुआ. सार्थक सिनेमा को उनका योगदान और भारतीय रंगमंच को शक्ति देने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका हमेशा याद की जाएगी। उनके परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस खबर पर दुख का इजहार किया और सिनेमा एवं थियेटर में कपूर के योगदान को याद किया.
मोदी ने अपने शोक संदेश में कहा कि कपूर की बहुमुखी अभिनय क्षमता को फिल्मी पर्दे के अलावा रंगमंच पर भी देखा जा सकता है, जिसे उन्होंने शिद्दत से बढ़ावा दिया. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कपूर के बेजोड़ अभिनय को आने वाली पीढियां याद रखेंगी. उनके निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. मैं कपूर के शोक संतप्त परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी शोक संवेदनायें व्यक्त करता हूं. रणधीर कपूर ने बताया कि अभिनेता का अंतिम संस्कार मंगलवार को सुबह किया जाएगा.
अस्पताल के डॉक्टर रामनारायण ने बताया, शशि कपूर का सोमवार शाम 5:20 बजे मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया. केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने शशि के निधन को एक युग का अवसान बताया. ईरानी ने ट्वीट किया, दिग्गज अभिनेता शशि कपूर जी के निधन से दुखी हूं. भारतीय सिनेमा में उनका योगदान स्मरणीय रहा है. शशि जी के निधन के साथ ही एक युग समाप्त हो गया है. उनके प्रियजन, साथियों और प्रशंसकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. उनकी आत्मा को शांति मिले.
शशि कपूर के निधन पर शोक जाहिर करते हुए उपराष्ट्रपति नायडू ने ट्वीट कर कहा, हिंदी फिल्मों के नामचीन अभिनेता शशि कपूर के निधन से दुख हुआ. तमाम फिल्मों में उनके दमदार अभिनय के लिये वह सदैव याद किये जायेंगे. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कपूर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक मंझा हुआ अभिनेता बताया.
सोनिया ने शोक संदेश में कहा, वह बेजोड़ अभिनेता थे. उन्होंने राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लीक से हटकर समानांतर सिनेमा के लिए सफल योगदान दिया. उन्होंने कहा कि शशि कपूर को सभी लोग प्रेम से स्मरण करते हैं तथा सिनेमा जगत में उनके निधन से उपजे शून्य को भरना मुश्किल होगा. कांग्रेस अध्यक्ष ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए उनके परिवार एवं प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त की. इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर शशि कपूर को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, एक दिग्गज शख्सियत गुजर गयी. शशि कपूर सदा हमारे दिलों में रहेंगे. उनके परिजनों एवं प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना. राहुल ने ट्वीट के साथ शशि कपूर की युवावस्था का एक श्वेत श्याम चित्र भी पोस्ट किया है.
महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी अभिनेता के निधन पर शोक जताया है. राव ने कहा, शशि कपूर ने पृथ्वी थियेटर के जरिये थियेटर को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को बरकरार रखा. फडणवीस ने ट्वीट किया, जाने-माने अभिनेता, निर्माता शशिकपूर जी के निधन की खबर से दुखी हूं. हिन्दी फिल्मी उद्योग में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा. उनके परिवार, दोस्तों और लाखों दोस्तों के प्रति हार्दिक संवेदनाएं। फिल्म निर्देशक श्याम बेनेगल ने उन्हें ईश्वर का नेक बंदा बताया.
कलयुग और जुनून में अभिनेता के साथ काम कर चुके बेनेगल ने कहा, वह ईश्वर का नेक बंदा और हर चीज से इतर खूबसूरत इंसान थे. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शशि कपूर को महान करार देते हुए उनके निधन पर शोक जताया है. ममता ने ट्वीट कर कहा है कि अभिनेता को कई पीढियों तक याद रखा जाएगा. उन्होंने ट्वीट किया, उनके निधन से दुखी हूं.
फिल्मों में शानदार योगदान के लिए महान अभिनेता शशि कपूर को कई पीढियों तक याद रखा जाएगा. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अभिनेता के निधन पर दुख जाहिर करते हुए कहा, शशि कपूर का निधन फिल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने शर्मिली , सत्यम शिवम सुन्दरम , काला पत्थर , दीवार और त्रिशूल जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के जरिये 1970 और 1980 के दशक में सिने प्रेमियों के दिल पर राज किया. हिन्दी फिल्म और थियेटर जगत के शुरुआती स्टार पृथ्वीराज कपूर के घर 18 मार्च, 1938 को जन्मे शशि कपूर ने चार वर्ष की आयु से अपने पिता द्वारा निर्मित और निर्देशित नाटकों में काम करना शुरू कर दिया था.
शशि कपूर ने 1940 के दशक के आखिरी वर्षों में बाल कलाकार के रुप में अपनी पहचान कायम कर ली थी. आग (1948) और आवारा (1951) में बाल कलाकार के रुप में उनके उम्दा अभिनय को लोग आज भी याद करते हैं. शशि कपूर ने 1950 के दशक में सहायक निर्देशक के तौर पर भी काम किया था.
शशि कपूर ने 1961 में धर्मपुत्र के साथ बतौर मुख्य अभिनेता अपने करियर की शुरुआत की थी. उन्होंने 1970 और 1980 के दशक में 116 से अधिक फिल्मों में काम किया. दीवार, कभी-कभी, नमक हलाल और काला पत्थर उनकी चर्चित फिल्मों में शामिल हैं. उन्हें वर्ष 2011 में पद्म भूषण और 2015 में प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.