हॉस्टल की छत से छात्र को नीचे फेंका, इलाज के दौरान मौत
नालंदा : बिहारशरीफ के नगर थाना क्षेत्र स्थित सर्वांगीण बाल विकास आवासीय विद्यालय के सात वर्षीय मासूम छात्र अमर कुमार की मौत रविवार को इलाज के दौरान हो गयी. मृत छात्र के पिता ने आवासीय विद्यालय के संचालक पर स्कूल की छत से अमर को फेंकने का आरोप लगाते हुए नगर थाने में मामला दर्ज कराया है.
इस संबंध में एसडीपीओ निशित प्रिया ने बताया है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच के बाद ही पुलिस इस संबंध में खुलासा करेगी. मृत छात्र शहर के सोहसराय थाना क्षेत्र के करूणाबाग मोहल्ला निवासी व पेशे से किसान वीरेश यादव के सात वर्षीय पुत्र अमर कुमार बताया जा रहा है. वहीं, घटना के बाद मामले के नामजद प्राथमिकी अभिुक्त फरार हैं. गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.
दर्ज प्राथमिकी में त छात्र के पिता ने कहा है कि आवासीय विद्यालय के संचालक सूर्यमणी प्रसाद ने उनके भाई को टेलीफोन पर सूचना दी की उनका भतीजा आवासीय विद्यालय के चार मंजिला भवन के ऊपर से कूद गया है. अमर की तबीयत काफी खराब है. इलाज के लिए निजी क्लिनिक में भर्ती कराया गया है. सूचना के बाद जब मैं बताये गये निजी क्लिनिक में गया, तो वहां क्लिनिक के बाहर मेरे पुत्र का शव रखा हुआ था. मामले को संदेहास्पद मानते हुए जब मैं आवासीय विद्यालय की छत पर पहुंचा, तो वहां देखने से प्रतीत हुआ कि उक्त स्थान से अमर स्वयं नहीं कूद सकता है.
पिता के अनुसार, हॉस्टल के संचालक द्वारा पुत्र की पिटाई कर उसे छत से नीचे फेंका गया है. इस संबंध में नगर थाने में संचालक के खिलाफ मारपीट कर हत्या कर दिये जाने से संबंधित कांड दर्ज कराया गया है. इधर, हॉस्टल की महिला संचालिका शीला कुमारी का कहना है कि बच्चा कुछ दिनों से अपने घर जाने की जिद पर अड़ा था. उसके अभिभावक उसे घर नहीं ले जाना चाहते थे. इसी बात को लेकर वह अवसाद में था. रविवार को उसने आवासीय विद्यालय की छत पर से कूद कर अपनी जान दे दी. घटना के बाद पुलिस ने शव का अंत्यपरीक्षण करा कर उनके परिजनों को सौंप दिया है. घटना के बाद मामले के नामजद प्राथमिकी अभिुक्त फरार हैं. गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है.
बिसरा को किया गया प्रिजर्व
अंत्यपरीक्षण के दौरान सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने बिसरा को प्रिजर्व कर लिया है. चिकित्सकों का कहना है कि बिसरा को जांच के लिए विधि-विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जायेगा. शव के ऊपर किसी तरह के चोट के निशान नहीं पाये गये हैं. इनटर्नल इंज्यूरी की संभावना से चिकित्सकों ने इनकार नहीं किया है. एसडीपीओ निशित प्रिया ने बताया कि है कि अंत्यपरीक्षण रिपोर्ट आने के बाद हत्या के सही कारणों का पता चल पायेगा.