हद कर दी सारी हदें लांघ दी, अब न ऐसा काम करो.
समस्तीपुर : कुसुम पाण्डेय स्मृति साहित्य संस्थान के तत्वाधान में केन्द्रीय विद्यालय स्थित कुसुम सदन में काव्य संध्या का आयोजन किया गया। इसमें रचनाकारों द्वारा एक के बाद एक प्रस्तुति से लोगों को भाव विभोर कर दिया गया। अजीत कुमार की रचना चरणों में जगजननी, अनुराग प्रबल भर दे, वरदानी कल्याणी आशीष युगल कर दे की प्रस्तुति को लोगों ने खूब सराहा। वहीं राजकुमार राय की रचना हद की सारी हदें लांध दी, अब ना ऐसा काम करो, भक्ति भाव का दोहन शोषण, गरिमा मत नीलाम करो पर लोगों से खूब वाहवाही लूटी। शिवेन्द्र कुमार की प्रस्तुति ¨हदी की ददुर्शा देख, लगता देश अब भी गुलाम है पर श्रोताओं ने खूब सराहा। वहीं गगन कुमार की प्रस्तुति आज सड़क जाम है पर श्रोताओं से खूब तालियां बटोरी। कार्यक्रम में देवी स्तुति के अनेक स्वरचित गीत, ¨हदी दिवस को स्मरित अनके रचनाएं, देश प्रेम पर आधारित गीत गजल, हास्य व्यंग के साथ भोजपुरी, बज्जिका तथा मैथिली की रचनाएं भी छायी रही। अपने अध्यक्षीय उदबोधन में उॉ. मदन मोहन पाण्डेय ने श्रोताओं को अपनी अनेक काब्य रचनाओं के अलावा गीतामृत का मधुर रसपान सहज शब्दों में कराया। कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था के अध्यक्ष शिवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने सितंबर माह में उत्पन्न ¨हदी के सुप्रसिद्ध रचनाकारों के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही प्रखर क्रांतिकारी सरदार भगत ¨सह के महान बलिदान, त्याग और प्राणोत्सर्ग का स्मरण कराते हुए उनके प्रति श्रद्धासुमन अर्पित किया। डॉ. धर्मेश आशुतोष ने उपस्थित रचनाकारों का स्वागत किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रसिद्ध शिक्षाविद् प्रो. डॉ. मदन मोहन पाण्डेय ने की। संचालन गीतकार ई. अजीत कुमार ¨सह ने किया। मौके पर धनेश्वर शर्मा, अजीत कुमार ¨सह, कैलाश पोद्धार मनोहर, विजय व्रत कंठ, राजीव कुमार कर्ण, रवीन्द्र ठाकुर, दिनेश प्रसाद, वासुदेव व्रत कंठ, राजीव कुमार कर्ण, रवीन्द्र ठाकुर, दिनेश प्रसाद, वासुदेव नारायण, रघुवंश प्रसाद वर्मा, हरिनंदन साह, रामाश्रय राय राकेश, राजकुमार राय, शिवशंकर पर्यावरणी, प्रवीण कुमार चुन्नू, शंकर अज्ञानी, ओम प्रकाश ओम, गगन कुमार, डॉ. शुंभु नाथ झा, विष्णु कुमार केडिया, डॉ. रामसूरत दास, रामलखन यादव, जगमोहन चौधरी आदि रचनाकार शामिल थे।