पोती को बचाने के चक्कर में दादी भी डूब गई, पोती की तलाश अभी भी जारी
समस्तीपुर/रोसड़ा : अनुमंडल के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के साखमोहन गांव में गंडक नदी में स्नान करने गई दादी और पोती की मौत डूबकर हो गयी है. बताया जाता है कि पोती को डूबने से बचाने के चक्कर में दादी भी पोती के साथ डूब गयी. इस घटना से परिजन के साथ-साथ गांव वाले भी स्तब्ध हैं.
दादी की लाश नदी से निकाल लिया गया परन्तु लाख कोशिशों के बावजूद पोती की लाश नहीं मिल पायी है. दादी की लाश को पुलिस ने आज शनिवार को पोस्टमार्टम हेतु समस्तीपुर भेजा है. दादी का नाम रामपरी देवी, उम्र 58 वर्ष, पति का नाम सखी चन्द सहनी और पोती का नाम जूली कुमारी उम्र 09 वर्ष, पिता का नाम बिहारी सहनी बताया गया है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि स्नान करने के बाद बदला हुआ कपड़ा धोने जूली नदी में चली गई. उसकी दादी रामपरी देवी ने उसे बहुत मना किया लेकिन के मना करने के बाद भी पोती जूली नदी में कपड़ा धोने चली गई. कपड़ा धोने के क्रम में जूली का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गई. यह देखकर उसकी दादी उसे बचाने के लिये दौड़ी. लेकिन वह भी स्वयं को संभाल नहीं सकी और दादी -पोती दोनों की मौत गहरे पानी में डूब जाने के कारण हो गयी.
घटना की जब जानकारी हुई तो काफी लोग नदी किनारे जुट गये. ग्रामीणों ने मदद के लिए प्रशासन को खबर दी. घटना की सूचना पर सीओ, अंचल निरीक्षक, मुखिया रामबालक सहनी समेत कई समाजसेवी व जनप्रतिनिधि नदी के तट पर पहुंचकर जाल की व्यवस्था कर नदी में लाश की खोज चालू करवाए. दादी की लाश तो कुछ घंटों के बाद ही मिल गयी पर पोती की लाश कई घंटों के प्रयत्न के बाद भी नहीं मिल सकी थी. आज शनिवार की शाम तक लाश को खोजने का कार्य जारी था.
ग्रामीणों के मुताबिक़ दादी रामपरी टेकना चौक पर चाय और नास्ते का दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करती थी. पुलिस ने आज दादी रामपरी की लाश सदर हॉस्पिटल समस्तीपुर में पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है. पोती की लाश खोजने का कार्य अभी भी जारी है. नदी के तट पर लोगों की काफी भीड़ लगी हुई थी.