सिर्फ भोजन व राशन का केंद्र बनकर रहा गया है आंगनबाड़ी केंद्र
समस्तीपुर। शहर में चलनेवाली लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का बुरा हाल है। सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर सिर्फ भोजन और राशन की बेहतर व्यवस्था दिखती है। सफाई का आलम तो भगवान भरोसे है। जबकि गंदगी में कारण इन आंगनबाड़ी केंद्रों पर पढ़ने आने वाले ज्यादातर बच्चे संक्रमण के शिकार होकर बीमार हो जाते हैं पर गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों के अभिभावक मजबूरन अपने बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र पर भेजते हैं।
सोमवार को जागरण टीम ने शहर के कुछ आंगनबाड़ी केंद्रों का जायजा लिया तो पाया की वार्ड संख्या तीन के केंद्र संख्या-162 पर सेविका सीता देवी बैठी थी। पर बच्चों की छुट्टी हो चुकी थी। ज्यादातर बच्चे घर जा चुके थे तो कुछ जा रहे थे। सेविका सीता देवी ने बताया कि सुबह नौ बजे से 1 बजे तक केंद्र का संचालन होता है। बच्चों की छुट्टी हो चुकी है। पोषाहार के वितरण के लिए शाम चार बजे तक वे यहां पर रुकेंगी। बच्चों की उपस्थिति के बारे में पूछने पर उन्होंने ने बताया कि 40 बच्चों में सोमवार को 35 बच्चे केंद्र पर आये थे।
टीम ने वार्ड पांच स्थित हीरालाल साह धर्मशाला में चल रहे आंगनवाड़ी केंद्र संख्या- 165 का जायजा लेने पहुंची तो केंद्र पर स्थानीय युवकों की भीड़ इकट्ठा थी। सेविका नीलम कुमारी कुर्सी पर बैठी थी। जागरण टीम को देख कर कुछ स्थानीय युवक आकर टीम से बात करने लगे तो सेविका ने पूछा आप कौन हैं, यहां कैसे? जागरण टीम ने परिचय दिया। टीम ने पूछा केंद्र पर कि बात की भीड़ हैं, तो सेविका ने बताया कि स्थानीय एक परिवार के बीच किसी आपसी विवाद को लेकर मारपीट हो रही थी, जिसके कारण बच्चों को जल्दी- जल्दी में छुट्टी दे दी गई।
वे शून्य से लेकर तीन माह के बच्चों के परिवार को मिलने वाली पोषाहार के वितरण के लिए रूकी है। 56 में से 50 परिवार को पोषाहार का वितरण कर दिया गया है बाकी छह को करना है। इस दौरान सहायिका रूबी देवी केंद्र के बरामदे पर ही भोजन के बर्तन को साफ कर रही थी। जहां वह बर्तन साफ कर रही थी वहां बहुत गंदगी थी। मानो सब दिन उसी स्थान पर बर्तन की सफाई की जाती हो। शहर के लोकनाथपुर गंज केंद्र 169 तो कूड़े की ढेर पर बसा हुआ है। जिसके कारण इस केंद्र पर अपने बच्चों के भेजने से अभिभावक कतराते हैं। जायजपट्टी स्थित आंगनबाड़ी केंद्र ही मात्र एक ऐसा केंद्र देखने को मिला जहां नामांकित बच्चों के साथ सेविका मौजूद थी। कुल मिलाकर नगर पंचायत के क्षेत्र के लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति एक जैसी ही देखने को मिली।