सभी पंचायतों में लगेंगे वर्षा मापी यंत्र
नवादा। वर्षापात का सही आकलन करने को जिले में अब पंचायतों में भी वर्षामापी यंत्र स्थापित किया जाएगा। इस बाबत जिला सांख्यिकी विभाग ने कवायद शुरु कर दिया है और सभी बीडीओ को पत्र भेजकर यंत्र लगाने के लिए स्थान का चयन करने का निर्देश दिया गया है। एक सप्ताह के भीतर स्थल चयन कर सूची जमा करने को कहा गया है ताकि आगे की कार्रवाई शुरु की जा सके। फिलहाल जिला व प्रखंड मुख्यालय में वर्षामापी यंत्र की व्यवस्था है। इसके चलते वर्षा का सही आकलन नहीं हो पाता है।
विसंगति हो सकेगी दूर
- अक्सर यह देखा जाता है कि प्रखंड मुख्यालय में बारिश हुई तो उसी प्रखंड के कई गांवों में बारिश नहीं हुई।
- गांवों में बारिश हुई तो प्रखंड मुख्यालय में एक बूंद भी बारिश नहीं हुई।
- ऐसी स्थिति में वर्षापात का सही आकलन नहीं हो पाता है।
- प्रखंड मुख्यालय में हुई बारिश से पूरे प्रखंड का वर्षापात आंकड़ा प्रस्तुत करना पड़ता है।
- अब पंचायतों में वर्षामापी यंत्र लगाने के बाद वर्षापात से संबंधित विसंगति की काफी हद तक दूर होगी और सही जानकारी मिल सकेगी।
विभाग ने दिया है निर्देश
- पंचायतों में वर्षामापी यंत्र लगाने से संबंधित विभाग ने कई गाइडलाइन दिया है।
- विभाग के निदेशक के पत्र के अनुसार पंचायतों में सरकारी स्थल पर ही यंत्र को लगाना है।
- पत्र में कहा गया है कि वर्षामापी में एकत्रित वर्षाजल इस बात पर निर्भर करती है कि उसे कितने खुले स्थान में रखा गया है।
- वर्षामापी यंत्र को ढलान या छत पर रखकर समतल जमीन पर रखना चाहिए।
- यंत्र लगाने के दौरान यह ध्यान रखना है कि वर्षामापी ऐसी भूमि पर कभी नहीं रखना चाहिए जो हवा के रुख की ओर हो और वहां अत्यधिक ढलान पड़ती हो।
- आसपास सभी वस्तुओं से उसकी दूरी वस्तु की उंचाई के चौगुणे फासले के बराबर हो।
कहते हैं अधिकारी
- वर्षामापी यंत्र लगने से कृषि कार्यों में काफी फायदा होगा।
- सभी बीडीओ को पंचायतों में सरकारी स्थल का चयन कर एक सप्ताह के अंदर सूची जमा करने का निर्देश दिया गया है।
अविनाश चंद्रा, प्रभारी जिला सांख्यिकी पदाधिकारी।