BIHAR में बाढ़ का प्रकोप, 11 मौतें, 17 लापता, 17 ट्रेनें रद्द, नीतीश कुमार आज करेंगे हवाई सर्वेक्षण

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पटना/नयी दिल्ली : नेपाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार बारिश से उत्तर बिहार व सीमांचल में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. सबसे गंभीर स्थिति किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, सुपौल, मधेपुरा, कटिहार, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी की है. बाढ़ के पानी में बहने और दीवार गिरने से रविवार को कम-से-कम 11 लोगों की माैत हो गयी, जबकि 17 लोग लापता हैं. हालांकि, आपदा प्रबंधन विभाग ने किसी के मरने की पुष्टि नहीं की. कई जगहों पर ट्रैक डूबने से 17 से अधिक ट्रेनें या तो रद्द कर दी गयी हैं या उन्हें डायवर्ट कर दिया गया है. कई एनएच व एसएच पर यातायात बंद हो गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री अरुण जेटली से फोन पर बात कर हालात की जानकारी दी और व्यापक स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य के लिए मदद मांगी.

सीएम ने सेना के अलावा एनडीआरएफ की 10 अतिरिक्त टुकड़ियां भेजने व सेना के हेलीकॉप्टर को तुरंत बचाव कार्य में लगाने का आग्रह किया. साथ ही उन्होंने संबंधित विभाग के मंत्रियों व आला अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की और आवश्यक निर्देश दिये. सीएम के निर्देश पर बाढ़ग्रस्त जिलों के प्रभारी प्रधान सचिवों को हेलीकॉप्टर से संबंधित जिले में भेजा गया. वहीं, दानापुर कैंट से सेना के 80 जवानों को किशनगंज के लिए रवाना किया गया.

उधर, केंद्र ने एनडीआरएफ के करीब 320 जवानों को भेजा है. सीएम से बातचीत के बाद केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि केंद्र राहत व बचाव कार्य में मदद करने के लिए एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें रवाना कर रहा है. एनडीआरएफ की करीब सात टीमें पहले ही बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पहुंच चुकी हैं. हर टीम में 45-45 जवान हैं.

रविवार की सुबह 1 अणे मार्ग में आयोजित बैठक में सीएम कहा कि एसडीआरएफ की सभी टीमों को बाढ़ग्रस्त इलाके में तैनात कर दिया गया है. केंद्र ने हर तरह से मदद देने का आश्वासन दिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन जिले कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज में बाढ़ की स्थिति सबसे ज्यादा चिंताजनक है. इन जिलों के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से पूरी तरह से घिर गये हैं. सीएम ने पीड़ित जिलों के प्रभारी सचिवों को हवाई मार्ग से अपने-अपने जिले में पहुंच कर कैंप शुरू करने का निर्देश दिया. साथ ही, अपने-अपने जिले में राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने और इसकी निरंतर मॉनीटरिंग करने के लिए भी कहा.

सीएम ने संबंधित जिलों के जनप्रतिनिधियों से भी बातचीत कर पूरी स्थिति की जानकारी ली. बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए कहा. इस काम के लिए राहत एवं बचाव में लगे अतिरिक्त बलों को सभी उचित स्थानों पर पहुंचाने और लोगों के निकालने के लिए तुरंत तैनात करने के लिए कहा. सीएम ने सभी अधिकारियों से बाढ़ की अपडेट स्थिति हर पल उन्हें बताने के लिए कहा है.

इस बैठक में जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, सीएम के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अतीश चंद्रा समेत अन्य सभी संबंधित अधिकारी मौजूद थे.

सीएम की बैठक के बाद मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में बताया कि सरकार की प्राथमिकता है कि पानी में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना, उनको खाना और स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना. साथ ही जो लोग घर छोड़ गये हैं उनकी संपत्ति की सुरक्षा करना. उन्होंने बताया कि किशनगंज व अररिया पर पहले से ही एसडीआरएफ की टीमें मौजूद थीं. अब केंद्र से एनडीआरएफ की 10 अतिरिक्त टीमों की मांग की गयी है. इनमें चार टीमें भुवनेश्वर से पूर्णिया के लिए रवाना हो गयी हैं. साढ़े तीन बजे से वहां बचाव कार्य किया जायेगा. इसके अलावा गोरखपुर से एयरफोर्स की मांग बचाव कार्य के लिए किया गया है. एयरफोर्स के हेलीकाॅप्टरों से भी बचाव कार्य किया जायेगा. इसके अलावा दानापुर में सेना से पूर्णिया के लिए रवाना होने का अनुरोध किया गया. साथ ही रांची में सेना से बचाव के लिए भी अनुरोध किया गया है. किशनगंज में 60 राहत शिविर स्थापित किये गये थे, वे भी जलमग्न हो गये हैं. फिलहाल उनको भी वहां से निकाल कर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जायेगा. पुलिस को बिजली आपूर्ति के साथ कम्युनिकेशन स्थापित करने की जिम्मेवारी दी गयी है. सभी जिलों को वायरलेस भेज दिया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बाढ़ को लेकर लगातार बुलेटिन जारी किया जायेगा.

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प्रधान सचिव ने बताया कि अब नेपाल के मध्य और पश्चिमी क्षेत्र में भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया गया है. इसके कारण गंड़क में बाढ़ की स्थिति पैदा होगी. उन्होंने बताया कि नेपाल में बारिश के कारण पश्चिम चंपारण के नरगटियागंज शहर में पानी प्रवेश कर गया है. इसके अलावा मोतिहारी और सीतामढ़ी में भी बाढ़ की स्थिति है

बेतिया के गौनाहा में बाढ़ में सात बहे, चार के मिले शव

पश्चिमी चंपारण में त्रिवेणी कैनाल व दोन नहर के टूटे तटबंध के बाद रविवार की शाम गौनाहा के गांवों में घुसे पानी में सात लोग बह गये. इनमें पाच बच्चे, एक महिला व एक पुरुष शामिल हैं. इनमें चार के शव बरामद कर लिये गये हैं. अन्य की खोजबीन के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी है. गौनाहा के सीओ प्रदीप कुमार सिन्हा ने बताया कि सात लोगों के बाढ़ में बहने की सूचना मिली है. चार के शव बरामद होने की बात कही जा रही है. एनडीआरएफ की टीम को मौके पर भेजा रहा है. अाधिकारिक बयान जांच के बाद ही दिया जा सकता है.
26 जिलों में आज रेड अलर्ट :

सोमवार को भी 26 जिलों में भारी बारिश की संभावना है. इसको लेकर रेल अलर्ट जारी किया गया है. इनमें पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान, सारण, सीतामढ़ी, समस्तीपुर, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, कटिहार, भागलपुर, बांका, मुंगेर, खगड़िया, जमुई आदि जिले शामिल हैं.

मुख्यमंत्री आज करेंगे हवाई सर्वेक्षण

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज बिहार के सीमांचल जिलों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. वह सूबे के बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज में चलाये जा रहे राहत और बचाव कार्यों का जायजा लेंगे. मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार और प्रधान सचिव जल संसाधन अरुण कुमार सिंह भी रहेंगे.

इन जिलों में हालात गंभीर

सुपौल : निर्मली में दीवार गिरने से दो बच्चों की मौत, छातापुर में डायवर्सन टूटा, फुलकाहा नहर कई जगह टूटी
मधेपुरा : आलमनगर, चौसा, कुमारखंड में 5000 घरों में घुसा पानी, सिंहेश्वर में नहर व सड़क कटी
किशनगंज : किशनगंज स्टेशन में घुसा पानी, 16 ट्रेनें रद्द या रूट बदला, एनएच 31 व चूड़ीपट्टी पुल पर से बह रहा पानी, बहादुरगंज प्रखंड कार्यालय में पानी घुसा
अरिरया : पूरा अररिया जलमग्न, एनएच-327इ तीन जगह कटा, पांच लोग बहे, अब तक लापता
पूर्णिया : बायसी अनुमंडल में बाढ़ की स्थिति गंभीर, बचाव और राहत कार्य शुरू
कटिहार : जोगबनी-कटिहार व बारसोई-गुवाहाटी ट्रैक बाधित
प. चंपारण : सात बहे, चार के शव िमले, तीन लापता, नरकटियागंज में ट्रैक पर पानी, कई ट्रेनों का रूट बदला, एक ट्रेन रद्द, बगहा एसपी के कार्यालय में घुसा पानी
पू. चंपारण : तीन की मौत, चार लापता, लालबकेया नदी का तटबंध टूटा, घोड़ासहन-सीतामढ़ी रेलखंड पर परिचालन ठप
सीतामढ़ी : पांच बह गये, दीवार गिरने से दो बहनों की मौत, धौंस व बागमती व लखनदेई का बांध टूटा
मधुबनी : लदनियां-जयनगर सड़क मार्ग बंद, झंझारपुर में रेल सह सड़क पुल पर पानी

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