मेरठ: पुलिस व वकीलों में हुआ टकराव, एसएसपी के निर्देशन में लाठीचार्ज, कई वकील घायल, कई लिए गए हिरासत मेंमेरठ: पुलिस व वकीलों में हुआ टकराव, एसएसपी के निर्देशन में लाठीचार्ज, कई वकील घायल, कई लिए गए हिरासत में
मेरठ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाइकोर्ट की मांग तथा प्रशासन द्वारा बढ़ाई गई कोर्ट फीस का विरोध करते हुए वकीलों ने पूर्व नियोजित मेरठ के चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में पश्चिमी बंगाल के राज्यपाल केसारीनाथ त्रिपाठी के कार्यक्रम का जमकर विरोध किया तथा यूनिवर्सिटी के गेट पर लगे राज्यपाल के पोस्टर में आग भी लगा दी। मेरठ में पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के आगमन का विरोध कर रहे वकीलों पर शनिवार सुबह पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। कचहरी से जुलूस के रूप में निकलकर विश्वविद्यालय की ओर जा रहे वकीलों को जेलचुंगी चौराहे पर रोकने के प्रयास के दौरान हालात बेकाबू हो गए। पुलिस और वकीलों के बीच भिड़ंत में पुलिस ने लाठियां फटकार कर कई वकीलों को हिरासत में ले लिया।
वकीलों का कहना है कि केसारीनाथ त्रिपाठी ने ही वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच का विरोध किया था, जिसके चलते आज तक यहां बेंच नहीं मिल सकी। यहां भिड़ंत के बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ता विश्वविद्यालय के गेट के पास पहुंच गए। वकीलों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़ते हुए विश्वविद्यालय की ओर कूच कर दिया। सर छोटू राम इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने पुलिस के दूसरे घेरे को भी तोड़कर वकील आगे बढ़ गए। यहां भी पुलिस के साथ वकीलों की जबरदस्त भिड़ंत हुई।
पुलिस ने अधिवक्ताओं का नेतृत्व कर रहे विनोद राणा को लाठियों से पीटा और जीप में डाल लिया। हेलमेट लगाकर एसएसपी मंजिल सैनी ने खुद वकीलों पर लाठियां बरसाईं। विश्वविद्यालय गेट पर पुलिस की वकीलों से जबरदस्त धक्कामुक्की और हाथापाई हो गई। आक्रोशित वकीलों ने चेतावनी दी कि पुलिस कानून को हाथ में न ले। विश्वविद्यालय गेट पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। दमकल की कई गाडिय़ां और आंसू गैस के गोले लिए जवान मुस्तैद रहे। वकीलों को गिरफ्तार कर ले जाने के लिए रोडवेज की छह बसें मंगा ली गईं। लाठीचार्ज से आक्रोशित वकीलों ने कहा कि मौत मंजूर है, मगर यहां से हटेंगे नहीं। वकीलों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि गिरफ्तार कर सिविल लाइन थाने ले जाए गए वकीलों की थाने में भी पुलिस ने पिटाई की।
सूत्रों के अनुसार मौके पर पहुंचे भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के नेता विनीत अग्रवाल शारदा का भी वकीलों ने जमकर विरोध करते हुए उनकी गाड़ी में भी ताडफ़ोड़ करते हुए गाड़ी को भी पलटने की कोशिश की। पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए उन्हें वहां से निकाला।