बाबा राम रहीम के बाद एक बार फिर से एक बाबा पर शोषण का आरोप लगा है. जैन धर्मगुरु नम्रमुनि पर मुंबई की एक लड़की ने शोषण का सनसनीखेज आरोप लगाया है. इस सन्दर्भ में पीड़िता ने पीएम और महिला आयोग को शिकायत भेजी है. जबकि पीड़िता के शिकायत पर महाराष्ट्र महिला आयोग का कहना है कि इसपर कार्रवाई जरुर होगी.
पीड़िता ने बाबा पर आरोप लगाया है कि, “नम्रमुनि महाराज साहेब हमेशा कहते थे कि गुरु को तन मन धन सब सौंप देना चाहिए, मुझे ऐसे ऐसे वाक्य से भ्रमित करते थे कि गुरु को सब सौंप देना चाहिए, आत्मा तो पहले से गुरु के पास होता है लेकिन तन भी देना पड़ता है, तन का भी भोग देना पड़ता है.”
आगे आरोप लगाते हुए कहा, “जो गुरु मांगे, गुरु रात मांगे या दिन मांगे, आपका पूरा समय मांगे तो भी पहले आपके गुरु को सौंप देना चाहिए, गुरु रात को बुलाए तो रात को भी आना चाहिए, गुरु शाम को बुलाए शाम को भी आना चाहिए.”
पीड़िता के मुताबिक, ”भगवान का नहीं सुनना चाहिए कि भगवान ने शास्त्र में लिखा है कि सूर्यास्त के बाद साधु के पास नहीं जाना चाहिए, गुरु की मांग पहले होनी चाहिए, ऐसे कर कर के बहुत से तरीके से उन्होंने मेरे को विवश करते थे सेक्स के लिए या दूसरी तरीके से भी करते थे लेकिन मुझे अनुचित लगा.” पीड़ित लड़की ने बाबा पर आरोप लगाते हुए कहा कि नम्रमुनि दुनिया के सामने अहिंसा और नम्रता का संदेश देते हैं वहीं पीठ पीछे लोगों को दीक्षा लेने के लिए मजबूर कटे हैं. बाबा पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे माँ-बाप को दीक्षा के लिए मजबूर किया गया बल्कि लड़की को भी मां-बाप के खिलाफ भड़काया.
जैन धर्मगुरु नम्रमुनि पर शोषण का सनसनीखेज आरोप लगने के बाद एक न्यूज़ चैनेल के साथ बातचीत करते हुए कहा कि, “आज तक हमने सिर्फ 18-20 दीक्षा दी है, आप उन लोगों से पूछ लो. किसी को जबरन दीक्षा नहीं दिलायी जा सकती. किसी के माता पिता पर दबाव नहीं डाला जाता है. जब कोई दीक्षा लेता है तो उसके माता पिता 5000 लोगों के सामने आज्ञापत्र पढ़ते हैं.” उन्होंने कहा, ”कोई भी व्यक्ति जब अपनी भावनाओं को नहीं समझ पाता है. आरोप लगाने वाले की मनोस्थिति कैसी है ये नहीं समझा जा सकता है. हमारे यहां कई ऐसे लोग आते हैं.”