सड़क दुर्घटना में रोसड़ा के युवक की मौत
समस्तीपुर। Rosera के युवा व्यवसायी मो. आफाक की मौत सड़क दुर्घटना में Begusarai–Samastipur NH-28 पर बछवाड़ा के निकट हो गई। गुरुवार की शाम मौत की खबर मिलते ही शहर के फकीरना मोहल्ला में कोहराम मच गया। दर्जनों युवाओं की टोली बछवाड़ा थाना पहुंचकर अपने चहेते युवक के शव को रोसड़ा लाया।
शुक्रवार को हुए जनाजा में उत्तर बिहार के विभिन्न जिलों के हजारों अल्पसंख्यकों ने हिस्सा लिया। बताते चले कि वार्ड 6 निवासी मरहूम मुजाहिर के पुत्र आफाक अपने समुदाय का मुख्य व्यक्ति ‘अमीर’ था। साथ ही वह शहर के मुख्य बाजार में रौनक शू नामक जूता-चप्पल की दुकान भी चलाता था। गुरुवार की सुबह व्यवसायिक कार्य से वह मोटरसाइकिल से बेगूसराय निकला था। वहां काम करने के पश्चात जमात के काम से समस्तीपुर की ओर जा रहा था। इसी बीच बछवाड़ा पुल के निकट अनियंत्रित बोलेरो चालक उसे रौंदते हुए भाग निकला।
बछवाड़ा पुलिस मृतक के शव को बाइक सहित कब्जे में ले लिया था। Rosera से पहुंचें परिजनों को प्रक्रिया के पश्चात शव को सौंप दिया। युवक का शव घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। मातमी सन्नाटा के बीच पूरी रात चीख-पुकार सुनाई पड़ती रही। दूसरे दिन जुमा की नमाज के पश्चात उठे जनाजा में Rosera सहित Samastipur, Katihar, Begusarai, Muzaffarpur, Darbhanga, Madhubani, एवं Saharsa तक के समुदाय के लोग शामिल थे।
दूसरी ओर परिवार के मुखिया की मौत से परिजनों में मातम है। आफाक ही व्यवसाय कर परिवार की रोजी-रोटी चलाता था। महज एक वर्ष पूर्व ही उसके पिता मो. मुजाहिर की भी मृत्यु लंबी बीमारी के बाद हो गई थी और महज एक वर्ष बाद ही आफाक की मृत्यु ने परिजनों के सब्र का बांध तोड़ दिया। पत्नी शहनाज प्रवीण पति के शव से लिपट कर चीत्कार मार रही थी वहीं मां अमीना खातून का भी रो-रोकर बुरा हाल था। बगल में खड़े दोनों पुत्र एवं एक पुत्री भी गम में डूबी थी। वहीं छोटा भाई परवेज सभी को संभालने का प्रयास अवश्य कर रहा था लेकिन वही भी स्पष्ट रूप से अपने भाई की मौत पर विचलित दिख रहा था।