छठ पूजा पर समस्तीपुर जिलें के में आधा दर्जन लोगों की जान गई…
समस्तीपुर । जिले के सभी अनुमंडल में आज छठ पुजा के अंतिम दिन सुबह से ही इक्का दुक्का मौत की खबरे आ रही थी। जो शाम ढलते ढलते आधा दर्जन हो गयी एवं एक दर्जन लोग घायल हो गये. पहला मामला दलसिंहसराय प्रखंड केवटा पंचायत की हैँ। आज सुबह एक 18 वर्षीय युवती की डूबने से मौत हो गई. बताया जा रहा हैँ कि युवती सुबह-सुबह अर्घ्य देने के लिए घाट पर पहुंची थी। युवती गहरे पानी में उतर गयी जहा उसे गहराई का पता नहीँ चल पाया जिस वजह से युवती की डूबने से मौत हो गई।
हालाँकि डूबता देख घाट पर खड़े लोगों ने बचाने कि कोशिश कि लेकिन तब तक युवती की मौत हो चुकी थी। युवती की पहचान उजियारपुर प्रखंड के चांदचौर रहीमपुर के रामसागर राम की पुत्री सिन्तु कुमारी के रुप में हुई जो छठ पुजा में केवटा अपने भाभी के यहाँ आई हुई थी। दूसरी घटना रोसड़ा थाना क्षेत्र के गोबिन्दपुर गांव में की हैँ जहा कल छठ पुजा की शाम की हैँ। गांव के मानकी राउत का 25 वर्षीय पुत्र संजीत कुमार राउत की मौत पोखर में डूबने से हो गई।
तीसरी घटना जिले के विभूति पुर थाना क्षेत्र के आलमपुर चौठ गांव की हैँ, जहा आज सुबह-सुबह अर्घ्य देने के आये भाई बहन छठ
घाट पर पहुंची थी।लेकिन डूबने से दोनो की मौत हो गई दोनो बच्चे की पहचान ग्राम आलमपुर चौठ निवासी विजय कुमार के पुत्र एवं पुत्री काजल कुमारी उर्फ चंदू कुमारी उम्र लगभग 10 वर्ष एवं रवि किरण कुमार उर्फ गोपी कुमार उम्र 8 वर्ष के रुप में की गई. इस घटना में विजय कुमार घायल हो गये थे।
चौथी घटना दलसिंहसराय अनुमंडल के अंगारघाट थानाक्षेत्र के समस्तीपुर -रोसड़ा सड़क मार्ग पर स्थित राजेश्वर चौक के पास दर्दनाक हादसा हुआ। जिसमें ऑटो सवार युवक की मैजिक की ठोकर से मौत घटनास्थल पर हो गई। मृतक की पहचान विभूतिपुर थानाक्षेत्र के भरपुरा गांव निवासी रमाकांत पंडित के 21 वर्षीय पुत्र अमरजीत कुमार के रूप में हुई है। पाँचवी घटना समस्तीपुर -बरौनी रेल खण्ड के बीच अवस्थित उजियारपुर रेलवे स्टेशन के 44 नंबर रेलवे गुमटी के समीप सुबह घने एक 65 वर्षाय महिला की दर्दनाक मौत हो गया। मृतक महिला की पहचान उजियारपुर प्रखंड के नथुनी महतो की पत्नी रामदुलारी देवी के रुप मेँ हुई।
मौत के आँकड़े और बढ़ सकते हैँ। जानकार लोगों की माने तो प्रशासनिक, एवं आम जनों की लापरवाही के कारण हर बड़े पर्व पर एक दर्जन लोगों की जान जाना आम बात हो गई एक आँकड़े के अनुसार इस साल जिले में सभी बड़े पर्व में मरने वालो की सँख्या लगभग दहाई पुराने वाला हैँ । इस मौत के जिम्मेवार आप प्रशासन को भले ठहरा ले पर इसके पीछे हम नागरिकों का एक बड़ा हाथ हैँ। अगर हम सब यातायात नियमो का पालन करे और बड़े बड़े पर्व पर सावधानी बरते तो यह आँकड़ा आधे से भी कम हो जायेगी।