पटना । बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की इंटर और मैट्रिक परीक्षा में छात्रों को स्टेपवाइज मार्किंग के आधार पर अंक दिए जाएंगे। 50 फीसद वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को छोड़ लघु और दीर्घउत्तरीय प्रश्नों में इसका पालन सख्ती से किया जाएगा। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने मंगलवार को इंटर-मैट्रिक परीक्षा के बदले पैटर्न की जानकारी के लिए आयोजित मास्टर ट्रेनरों की कार्यशाला में ये बातें कहीं।
अध्यक्ष के अनुसार परीक्षार्थी की मेधा के साथ न्याय हो इसके लिए मूल्यांकन में छात्रों का हित सर्वोपरि होना चाहिए। छात्र यदि अच्छा लिखते हैं तो पूरे अंक मिलना उनका अधिकार है। संसाधनों के अभाव में गुणवत्तापूर्ण परीक्षा एवं मूल्यांकन में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। परीक्षा में किसी तरह की कमी का कुप्रभाव निर्दोष विद्यार्थियों को ही उठाना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मूल्यांकन के क्रम में त्रुटि की गुंजाइश कम रहे इसकी गारंटी शिक्षक ही दे सकते हैं। हर हाल में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। एक-दो त्रुटियां ही सारी मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रही हैं। कार्यशाला का आयोजन हिंदी भवन में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति और बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने संयुक्त रूप से किया।
शिक्षकों की शिकायत पर बोर्ड लेगा त्वरित संज्ञान
- कार्यशाला में बोर्ड प्रतिनिधियों ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परीक्षा और मूल्यांकन के लिए संसाधनों की कमी नहीं होगी।
- इसके लिए शिक्षक सुझाव दें।
- इस पर बोर्ड त्वरित संज्ञान लेगा।
- सूबे के लाखों छात्र-छात्राओं के हित में सभी को मिलकर काम करना होगा।
जिले में अन्य शिक्षकों को बताएंगे पैटर्न
- कार्यशाला में शामिल मास्टर ट्रेनर संबंधित जिलों में कार्यशाला आयोजित कर अन्य शिक्षकों को नए पैटर्न और मूल्यांकन के तरीके की जानकारी देंगे।
- नए पैटर्न के तहत सेंटअप परीक्षा और मूल्यांकन होगा।
- प्रशिक्षण के बाद शिक्षक छात्रों को सेंटअप परीक्षा के दौरान पूरी प्रक्रिया और ओएमआर शीट भरने की जानकारी देंगे।
- पहले दिन पटना, मगध तथा मुंगेर प्रमंडल के 139 शिक्षक मौजूद थे।
- बुधवार को अन्य प्रमंडलों के सभी जिलों के कुल 134 शिक्षक कार्यशाला में शामिल होंगे।
कहा-बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने
- बिहार बोर्ड ने सीबीएसई, आइसीएसई सहित कई बोर्ड के पैटर्न का अध्ययन करने के बाद इसे लागू किया है।
- परीक्षार्थियों का मूल्यांकन उनकी मेधा के अनुसार करने की अपील सभी शिक्षकों से की गई है।
- साधारण त्रुटि भी परीक्षार्थियों के मनोबल पर प्रभाव डालने वाली होती है।
आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति